रांची (वरीय संवाददाता). प्रदेश भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार से पूछा है कि आखिर करोड़ों रुपये की लागत से ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में बने स्टेज को क्यों ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया. कहा कि इस स्टेज का उपयोग न सिर्फ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर और 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस के अवसर पर किया जाता था, बल्कि यह अनेक ऐतिहासिक घटनाओं और रैलियां का साक्षी भी रहा है. खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसी स्टेज से दो बार शपथ भी लिया है. भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि इस बहुउद्देशीय स्टेज को ध्वस्त करने के पीछे हेमंत सरकार द्वारा कोई ठोस कारण नहीं बताना यह स्पष्ट करता है कि यह सरकार पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा बनायी गयी धरोहरों को मिटाने में लगी है. कहा कि एक तरफ सरकार के अलग-अलग विभाग फंड की कमी का रोना रोते हैं. मंईयां सम्मान योजना की राशि का भुगतान करने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जैसे जनता से जुड़े विभागों की राशि को डाइवर्ट कर दिया जाता है. हर दूसरे दिन सरकार के कोई ना कोई मंत्री फंड की कमी का रोना रोते है. दूसरी तरफ बहुउद्देशीय प्रयोग में लाने की सोच से बनी चीजों को सरकार अकारण ध्वस्त करती है. यह अबुआ सरकार न होकर बिना ठोस कारण के स्मारकों का विध्वंस करने वाली सरकार बन गयी है.
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