रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) की मैट्रिक की परीक्षा में इस वर्ष दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में बेटियों का बोलबाला रहा. बुधवार (8 जुलाई, 2020) को जारी रिजल्ट में छोटानागपुर प्रमंडल के खूंटी जिला को छोड़ दें, तो सभी जिलों में लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों की तुलना में बेहतर रहा.
इस वर्ष दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के पांच जिलों रांची, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा और खूंटी में कुल 67,542 विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें से 66,708 ने परीक्षा दी और 51,951 पास हुए हैं. परीक्षा में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों में 22,933 लड़के हैं, जबकि लड़कियों की संख्या 29,018 है.
इस तरह इस प्रमंडल में 70.246 फीसदी लड़के पास हुए हैं, जबकि 71.244 फीसदी लड़कियां पास हुई हैं. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल का कुल रिजल्ट 70.776 फीसदी है, जो इस साल के रिजल्ट से कम है.
इस प्रमंडल के सभी जिलों में परीक्षा देने के मामले में भी लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया है. राजधानी रांची में 15,420 लड़कों ने परीक्षा दी, तो लड़कियों की संख्या 18,650 रही. यहां 9,737 लड़कियां फर्स्ट डिवीजन में पास हुईं, 5,025 सेकेंड डिवीजन में और 354 थर्ड डिवीजन में. इनकी तुलना में 7,188 लड़के फर्स्ट डिवीजन में पास हुए, 4,620 सेकेंड डिवीजन में और 358 थर्ड डिवीजन में.
सिर्फ थर्ड डिवीजन में लड़कों की संख्या लड़कियों की तुलना में मामूली रूप से अधिक रहा. हालांकि, प्रतिशत में दोनों के पास होने का अंतर बहुत मामूली रहा. 76.333 फीसदी लड़के पास हुए हैं, तो 76.551 फीसदी लड़कियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है. जिला में कुल 76.449 फीसदी विद्यार्थी पास घोषित किये गये हैं.
गुमला जिला में भी लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा है. यहां 5,921 लड़कों और 7,023 लड़कियों ने परीक्षा दी थी. इनमें से 4,438 लड़के और 5,353 लड़कियां परीक्षा में उत्तीर्ण हुईं. 2,722 लड़कियां फर्स्ट डिवीजन में, 2,438 सेकेंड डिवीजन में और 193 थर्ड डिवीजन में पास हुईं.
इनके मुकाबले 2,217 लड़के फर्स्ट डिवीजन में, 2,008 सेकेंड डिवीजन में और 213 थर्ड डिवीजन में पास हुए. गुमला में कुल 62.569 फीसदी विद्यार्थी पास हुए हैं. यहां 62.520 फीसदी लड़के पास हुए हैं, तो 62.613 फीसदी लड़कियों ने परीक्षा में सफलता हासिल की है. उग्रवाद प्रभावित इस जिले में कुल 12,944 छात्र-छात्राओं ने इम्तहान दिया था. इनमें 9,791 बच्चे पास हुए हैं.
राजधानी रांची से सटे लोहरदगा जिला में कुल 6,579 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी. इनमें से 4,651 पास हुए. पास होने वालों में 2,765 लड़कियां थीं, तो 1,886 लड़के. इस जिला में 3,778 लड़कियों ने परीक्षा दी थी. लड़कों की संख्या 2,801 थी. जिले में 1,396 लड़कियां प्रथम श्रेणी में पास हुर्ईं, 1,216 द्वितीय श्रेणी में और 153 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुई हैं.
वहीं 889 लड़के प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं, तो 874 द्वितीय श्रेणी में और 123 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में लोहरदगा एकमात्र जिला है, जहां प्रथम, द्वितीय और तृतीय सभी श्रेणियों में लड़कियां लड़कों से आगे हैं. जिला में 57.8 फीसदी विद्यार्थी पास हुए हैं. लोहरदगा जिला में 55.860 फीसदी लड़के पास हुए हैं, तो लड़कियों के पास होने का प्रतिशत 58.999 है.
सिमडेगा जिला में इस साल कुल 6,981 बच्चों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी. इनमें 3,904 लड़कियां और 3,077 लड़के थे. 992 लड़के प्रथम श्रेणी में पास हुए, तो 1,202 द्वितीय श्रेणी में और 71 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं.
वहीं, लड़कियों की बात करें, तो 1,524 लड़कियां प्रथम श्रेणी में और 1,595 द्वितीय श्रेणी में पास हुई हैं. 54 लड़कियां तृतीय श्रेणी में पास हुई हैं. सिमडेगा जिला का रिजल्ट 57.371 फीसदी रहा. लड़के और लड़कियों की पास प्रतिशत की बात करें, तो वर्ष 2020 में 64.605 फीसदी लड़के और 69.708 फीसदी लड़कियां पास हुई हैं.
घोर उग्रवाद प्रभावित जिला खूंटी में इम्तहान देने वालों में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा रही. हालांकि, यहां पास प्रतिशत में बेटियां मामूली रूप से पिछड़ गयीं. इस जिला में 76.480 फीसदी परीक्षार्थियों को मैट्रिक की परीक्षा में सफलता मिली.
इनमें 76.495 फीसदी लड़के थे, तो 76.467 फीसदी लड़कियां. खूंटी जिला में कुल 6,184 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. इनमें 3,295 लड़कियां और 2,889 लड़के थे. 1,546 लड़कियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की. 1,025 लड़कियां द्वितीय श्रेणी में और 40 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुई हैं.
वहीं, 1,164 लड़के प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं, तो 949 द्वितीय और 65 तृतीय श्रेणी में. इस जिले में कुल 4,789 परीक्षार्थी पास हुए हैं, जिसमें लड़कों की संख्या 2,178 है, तो लड़कियों की 2,611.
Posted By : Mithilesh Jha