संजीव सिंह, रांची. झारखंड की जरूरतों के अनुसार विदेशी शिक्षा मॉडल को अपनाने तथा जनजातीय संस्कृति पर शोध को बढ़ावा देने की संभावना की तलाश की जायेगी. इसके लिए राज्य सरकार के दो अफसर अमेरिका के सैन डिएगो, कैलिफोर्निया जायेंगे. इनमें राज्य के उच्च शिक्षा निदेशक रामनिवास यादव तथा अवर सचिव सैय्यद रिजाज अहमद के नाम पर सहमति बनी है. इस दौरे पर लगभग 25.42 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है. जेसीएसटीआइ के तहत दोनों अफसर नेशनल एसोसिएशन ऑफ फॉरेन स्टूडेंट एडवाइजर (एमएएफएसए) के तत्वावधान में 27 से 30 मई तक आयोजित एनुअल कॉन्फ्रेंस और एक्सपो में शामिल होंगे. यहां झारखंड की ओर से भी उच्च शिक्षा की जानकारी दी जायेगी. उक्त एक्सपो में 100 से अधिक देशों के शिक्षाविद, पॉलिसी मेकर्स और प्रोफेशनल्स के भाग लेने की संभावना है. इनोवेशन को लेकर नयी रणनीति पर होगी चर्चा : विभाग ने अधिकारियों के कार्यक्रम में शामिल होने के कई लाभ बताये हैं. जिसमें लेटेस्ट इनोवेशन की खोज के लिए नयी रणनीति बेस्ट प्रैक्टिसेस पर चर्चा की जायेगी. प्रतिभागी संस्थानों के साथ नेटवर्किंग/पार्टनरशिप के अवसर प्राप्त किये जा सकेंगे. इसके अलावा इस दौरे के माध्यम से राज्य के विवि/संस्थानों के छात्रों एवं शिक्षकों के एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए विदेशी विवि के साथ समझौता किया जा सकेगा. राज्य के विवि/संस्थानों एवं विदेशी विवि के बीच कौलेबोरेशन कर शोध को बढ़ावा दिया जायेगा. दौरे के माध्यम से वैश्विक स्तर के शोध संस्थानों से जुड़ कर नवाचार और टेक्नोलॉजी पर काम करने का अवसर प्राप्त होगा. एनइपी लागू करने के लिए बेहतरीन मॉडल तैयार किया जा सकेगा. टेक्नोलॉजी पार्क की स्थाना में मिलेगी मदद : राज्य के विद्यार्थियों के लिए झारखंड स्टूडेंट रिसर्च एंड इनोवेशन पॉलिसी 2025 तैयार की जा रही है, जिसके अंतर्गत स्टेट रिसर्च पार्क एंड स्टेट टेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना की जायेगी. इसके लिए विदेशी संस्थानों के साथ कोलैबोरेशन करने के लिए यह भ्रमण काफी सहायक हो सकता है. साथ ही इससे राज्य में रिसर्च, इनोवेशन और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी आदि के क्षेत्र में इकोसिस्टम सशक्त होगा.
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