Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) ने शुक्रवार की सुबह झारखंड के रांची और धनबाद सहित 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है. मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये से अधिक के कथित गबन से जुड़े धन शोधन (money laundering) के एक मामले में झारखंड खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव पूजा सिंघल (Pooja Singhal) के आवास सहित कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है. ईडी ने आईएएस पूजा सिंघल से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी कर 19.31 करोड़ की नकदी बरामद की है.
19.31 करोड़ रुपये नकद बरामद
इस संबंध में ईडी के अधिकारी ने बताया कि रांची समेत धनबाद, खूंटी, मुंबई, दिल्ली, जयपुर सहित कई जगहों पर शुक्रवार को एक साथ कार्रवाई हुई है. राजधानी रांची में IAS अधिकारी पूजा सिंघल के आवास समेत विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान पूजा सिंघल से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी कर 19.31 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई है.

वर्ष 2008 से 2011 के बीच का मामला
बताया गया कि वर्ष 2008 से 2011 के बीच मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये से अधिक के कथित गबन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की जा रही है. इसी के तहत शुक्रवार को खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव के साथ-साथ झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (JSMDC) की प्रबंध निदेशक पूजा सिंघल के रांची आवास सहित अन्य ठिकानों पर ईडी की टीम ने एक साथ छापेमारी की है.

पूजा सिंघल समेत 25 व्यक्तियों के ठिकाने पर छापा
इस छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने IAS पूजा सिंघल और उनसे जुड़े करीब 25 व्यक्तियों के ठिकाने पर छापामारी की है. इस दौरान 17 करोड़ बरामदगी की खबर है. बता दें कि रांची में स्थित पल्स हॉस्पिटल के अलावा पंचवटी रेसिडेंसी, कांके रोड, चांदनी चौक, हरिओम टावर के साथ-साथ धनबाद के धनसार और सरायढेला तथा खूंटी क्षेत्र में भी ईडी की छापेमारी की गयी.

कौन है पूजा सिंघल
पूजा सिंघन वर्ष 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव के साथ-साथ झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (JSMDC) की प्रबंध निदेशक भी हैं. मनरेगा के 18.06 करोड़ रुपये के घोटाले के वक्त पूजा सिंघल खूंटी की डीसी थी.
जूनियर इंजीनियर ने डीसी ऑफिस तक पहुंचने की बात स्वीकारी थी
इधर, पूजा सिंघल के आवास समेत अन्य ठिकानों पर शुक्रवार को जिस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की गयी, उसमें झारखंड के जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा PMLA के तहत दर्ज मामले से भी जुड़ा है. PMLA के तहत मामला दर्ज होने के बाद श्री सिन्हा को 17 जून, 2020 को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के दौरान श्री सिन्हा ने कमीशन की राशि डीसी ऑफिस तक पहुंचने की बात स्वीकारी थी.
Posted By: Samir Ranjan.