रांची. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि में पंडित रघुनाथ मुर्मू के जन्म दिवस और ओलचिकी लिपि के शताब्दी वर्ष पर संताली विभाग में कार्यक्रम हुआ. इस अवसर पर कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य को विवि के संताली विभाग ने पंडित रघुनाथ मुर्मू स्मृति सम्मान से सम्मानित किया. डॉ शांडिल्य ने कहा कि ओलचिकी लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू थे. पंडित रघुनाथ मुर्मू एक शिक्षक, भाषाविद्, उपन्यासकार, नाटककार और गणितज्ञ भी थे. उन्होंने कहा कि विवि के प्रयास से संताली विभाग का पाठ्यक्रम संताली लिपि पर तैयार किया गया है. इसको लेकर पिछले वर्ष एक कार्यशाला भी हुई थी. डीआरएल विभाग के समन्वयक डॉ विनोद कुमार ने बताया कि कार्यशाला में लगभग 20 हजार शब्दों का शब्दकोष तैयार किया गया था. कुलपति ने कहा कि नयी शिक्षा नीति-2020 में भारतीय ज्ञान प्रणाली के तहत पंडित रघुनाथ मुर्मू पर भी अध्ययन सामग्री दी गयी है. इसी संदर्भ में उन्होंने झारखंड की स्थानीय भाषा को महत्व देने की बात कही और कहा कि मातृभाषा, लिपि, संस्कृति, धर्म को बनाये रखने पर ही हमारा भी अस्तित्व कायम रहेगा. कार्यक्रम का समापन संताली गीत और नृत्य से हुआ. इस अवसर पर पीपी महतो, डॉ आभा झा, डॉ गणेश बास्के, डॉ जिंदर सिंह मुंडा, डॉ जेपी शर्मा और डॉ शकुंतला बेसरा उपस्थित थे. यह जानकारी पीआरओ डॉ राजेश कुमार सिंह ने दी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है