प्रतिनिधि, मैक्लुस्कीगंज. कैथोलिक चर्च में शुक्रवार को धर्म विधि कराते हुए मुख्य अनुष्ठाता फादर देवनिस खेस ने अपने उपदेश में कहा कि प्रिय भाइयों व बहनों, आज की धर्म विधि की मुख्य घटना है पवित्र क्रूस पर यीशु मसीह के दुःख भोग व मरण को याद करना. पवित्र शुक्रवार को गुड फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है शुभ शुक्रवार. वास्तव में यह सबसे बड़ा दिन है. प्रभु यीशु हमारे ही द्वारा किये गये पापों के पश्चाताप के लिए क्रूस पर चढ़ गये और यह विलाप करने की बात नहीं, बल्कि खुशी की बात है. क्योंकि प्रभु यीशु आज भी हमारे साथ हैं. तत्पश्चात अनुष्ठाता द्वारा शब्द समारोह, पवित्र सुसमाचार, विभिन्न मतलबों के लिए निवेदन व विशेष प्रार्थनाएं, पवित्र संस्कार, पवित्र क्रूस की उपासना कर यीशु के बलिदान मार्ग के 14 स्थानों पर किये गये प्रेम, बलिदान और आत्मीय भाव को प्रार्थनाओं के माध्यम से स्मरण किया गया. तत्पश्चात क्रूस का चुंबन व अनुयायियों के बीच परम प्रसाद का वितरण के बाद सामूहिक आशीर्वाद के पश्चात समारोह का समापन किया गया. सभी विधियों में लपरा पल्ली पुरोहित फादर हुबेरतुस बेक व कर्नाटक से आये डिक्कन सेबेस्टियन लोपीस ने सहयोग किया. इस अवसर पर मायापुर मुखिया पुष्पा खलखो, क्रिस्टी मैथ्यू, केनेथ जेनिंग्स, जीना जोशी, संजय खलखो, नीलम राकेश, शिप्रा भेंगरा, प्रेम एक्का, राकेश शाह, प्रेमलता, रजनी शाह, अनिता मिंज, जोशी टीडी, कोर्नेलुइस खेस, तोबियस बाड़ा, सचिन खलखो, राजेश, जोबी जोशी, कुसुम, विनय टोप्पो, अजय, मार्शल लकड़ा, संतोष भेंगरा, मार्टिना माघी, हेमंत कुजूर, विंसेंट, सिस्टर जूलिया टोप्पो, सिस्टर सुपीरियर भूषण खलखो, सिस्टर टेरेसा, केरकेट्टा, सिस्टर मनश्वेता सहित बड़ी संख्या में मसीही समुदाय उपस्थित थे.
फोटो 1 – क्रूस की उपासना करते मसीही. फ़ोटो 2 – अनुष्ठान में शामिल मसीही.
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