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सीबीएसइ 12वीं : झारखंड के रिजल्ट में इस बार 5 प्रतिशत का सुधार, 87 प्रतिशत विद्यार्थी सफल

सीबीएसइ 12वीं : झारखंड के रिजल्ट में इस बार 5 प्रतिशत का सुधार, 87 प्रतिशत विद्यार्थी सफल

नयी दिल्ली/रांची : सीबीएसइ ने 12वीं कक्षा की परीक्षा के परिणाम सोमवार को घोषित कर दिये. इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है. लड़कियों के उत्तीर्ण होने का प्रतिशत लड़कों की तुलना में 5.96 प्रतिशत अधिक रहा. 12वीं कक्षा में क्षेत्रवार कुल 16 जोन में त्रिवेंद्रम जोन का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा. यहां 97.67 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं. वहीं, पटना जोन सबसे नीचे रहा. यहां 74.57 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं. हालांकि, पटना जोन में झारखंड के रिजल्ट में पांच प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है. इस वर्ष झारखंड में 87 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं. जबकि, वर्ष 2019 में 83.4 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए थे. इस बार झारखंड से 35,974 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए. इनमें 30,992 विद्यार्थी सफल हुए हैं.

सीबीएसइ 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से 30 मार्च तक आयोजित की गयी थीं. लेकिन, कोविड-19 महामारी के कारण कई विषयों की परीक्षा नहीं ली जा सकीं. कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए ही इस वर्ष सीबीएसइ ने मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है. हालांकि, प्रभात खबर ने स्कूलों से उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की है, जिसमें अंतिम समय में फेरबदल संभव है. देश भर में 92.15 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण, लड़कों से 5.38 प्रतिशत ज्यादाइस साल 12वीं कक्षा में कुल 88.78 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए, जबकि पिछले साल 83.40 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए थे.

पिछले साल की तुलना में इस साल 5.38 प्रतिशत अधिक छात्र अधिक पास हुए हैं. इस साल लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 92.15 रहा, जबकि लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 86.19 रहा. इस साल 10,59,080 छात्र परीक्षा में बैठे थे, जिसमें से 88.78 प्रतिशत छात्र पास हुए. एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि छात्रों का स्वास्थ्य व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. डिजिटल मार्क्सशीट दिया गया, फेल शब्द हटा सीबीएसइ ने इस बार छात्र-छात्राअों के लिए डिजिटल मार्क्सशीट जारी किया है. विद्यार्थी अपना डिजिटल मार्क्सशीट डिजिलॉकर से डाउनलोड कर सकते हैं.

सीबीएसइ ने विद्यार्थियों के मोबाइल नंबर पर भी एसएमएस द्वारा इसकी जानकारी दी है. खास बात यह है कि इस बार अंक पत्र से अनुत्तीर्ण (फेल) शब्द हटा दिया गया है. पहले एक या दो विषयों में फेल हो जाने पर विद्यार्थियों को कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी होती थी. लेकिन, इस बार जो भी विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं, उनके अंक पत्र में फेल शब्द नहीं लिखा गया है. उसके स्थान पर आवश्यक पुनरावृत्ति लिखा गया है.कैसा रहा था वर्ष 2019 का रिजल्टवर्ष 2019 में साइंस, आर्ट्स व कॉमर्स में तीनों स्टेट टॉपर को समान अंक 98.2 प्रतिशत आया था.

इनमें साइंस में डीएवी स्कूल हजारीबाग के अक्षत अग्रवाल, आर्ट्स में डीएवी बोकारो की निकिता सिन्हा व कॉमर्स में होलीक्राॅस स्कूल बोकारो के तनिष्क बंसल शामिल हैं. रिजल्ट से संतुष्ट नहीं, तो दे सकते हैं परीक्षा सीबीएसइ के अनुसार 10वीं और 12वीं के वैसे विद्यार्थी जो इस रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं, वे दोबारा परीक्षा दे सकते हैं. आकलन के अनुसार स्थितियों के ठीक होने और केंद्र सरकार के निर्णय के अनुसार जल्द ही सीबीएसइ उन विषयों के लिए एक वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करेगा.

Post by : Pritish Sahay

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