रांची.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि भाजपा घुसपैठियों के मुद्दे पर हाय तौबा मचा कर बिहार के चुनावी माहौल में जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. भाजपा को यह भी बताना चाहिए कि विगत 11 साल के शासनकाल में भाजपा की केंद्र सरकार इस मसले पर क्या कर रही थी? क्या घुसपैठियों को रोकने की कोशिश की गयी? बिहार में पिछले आठ सालों से चल रही डबल इंजन वाली एनडीए सरकार ने घुसपैठ के मुद्दे पर कोई नीतिगत प्रस्ताव क्यों नहीं लाया? उन्होंने कहा कि देश की सीमा की सुरक्षा, उसकी निगरानी और घुसपैठ रोकने का जिम्मा केंद्र सरकार का है. लेकिन, भाजपा शासित राज्यों में यह मुद्दा दबा रहता है. इस पर कोई कभी चर्चा नहीं होती. चुनाव निकट आते ही भाजपा नेताओं के भाषणों में घुसपैठ का मुद्दा प्रमुखता से उछाला जाता है. श्री सहाय ने कहा कि बिहार में और भी कई ज्वलंत मुद्दे हैं. लेकिन, उन मुद्दों को दरकिनार कर भाजपा अवैध घुसपैठियों के मुद्दे को प्राथमिकता देने में जुटी है. घुसपैठियों को समुदाय विशेष से जोड़ कर जनता के बीच सांप्रदायिक विभाजन का बीजारोपण कर रही है. देश के सामाजिक ताने-बाने को छिन-भिन्न करने का प्रयास कर रही है. बिहार समेत पूरे देश की जनता को भाजपा जैसे विभाजनकारी तत्वों से सतर्क रहने की आवश्यकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

