रांची़ आचार्य 108 श्री विद्यासागर और समय सागर महाराज की शिष्या आर्यिका 105 गुरुमति माताजी और दृढ़मती माताजी ससंघ का मंगल प्रवेश शनिवार सुबह 8:30 बजे दिगंबर जैन मंदिर में हो रहा है. पहली बार 46 पिच्छी के साथ यहां आ रही हैं. उनका चंद्रगिरि मध्यप्रदेश से शाश्वत सिद्धक्षेत्र सम्मेद शिखरजी की ओर विहार हो रहा है. इसी दौरान यहां मंगल प्रवेश हो रहा है. इसको लेकर भक्तों में खासा उत्साह है. काफी संख्या में भक्त भी उनके साथ विहार कर रहे हैं. यह जानकारी मीडिया प्रभारी राकेश काशलीवाल और समाज के उपाध्यक्ष प्रदीप बाकलीवाल ने दी. आर्यिका संघ का विहार शनिवार सुबह छह बजे डीएवी हेहल से होगा, जो सुबह 7.15 बजे पिस्का मोड़ चौक पहुंचेगा. यहां गाजे-बाजे के साथ रातू रोड होते हुए सुबह आठ बजे वासुपूज्य जिनालय और 8.30 बजे अपर बाजार मंदिर में मंगल प्रवेश होगा. उनके प्रवेश के बाद मंगल आशीर्वचन होगा.
ये कर रहीं साथ में विहार
आर्यिका पावनमति, आर्यिका विलक्षणमति, आर्यिका वैराग्यमति माताजी, आर्यिका अकलंकमति, आर्यिका निकलंकमति, आर्यिका प्रशममति माताजी, आर्यिका मुदितमति माताजी, आर्यिका मां सहजमति माताजी, आर्यिका संयममति, आर्यिका सिद्धमति, आर्यिका सम्मुन्तमति, आर्यिका शास्त्र मति, आर्यिका वात्सल्यमति, आर्यिका तथ्यमति, आर्यिका संस्कार मति, आर्यिका आप्तमति, आर्यिका विजित मति, आर्यिका समिति मति, आर्यिका ममनमति, आर्यिका सकलमति, आर्यिका धारणा मति, आर्यिका प्रशन्नमति, आर्यिका सयतमति माताजी, आर्यिका स्वभावमति, आर्यिका आराध्यमति, आर्यिका मां उचितमति, आर्यिका अचिंत मति, आर्यिका अमूलमति, आर्यिका अलोलमति, आर्यिका आलोकमति, आर्यिका आज्ञामति, आर्यिका अनुभवमति, आर्यिका परमार्थमति, आर्यिका धवलमति, आर्यिका सौम्यमति, आर्यिका जाग्रतमति, आर्यिका चैत्यमति, आर्यिका सारमति, आर्यिका पारमति, आर्यिका आगतमति, आर्यिका मां उपशममति, क्षुल्लिका उचितमति, चिंतन मति, अनमोलमति और विद्या पुष्प शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है