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जांच के बाद ही कटेगी जीएम लैंड की रसीद

रांची में 25 हजार एकड़ से अधिक गैरमजरुआ खास जमीन फंसी म्यूनिसिपल सर्वे के खाते की जांच में सही पाये जाने के बाद खोला जायेगा लॉगिन मनोज लाल रांची : राज्य भर की गैरमजरूआ खास जमीन का म्यूटेशन व लगान वसूली का काम फंसा हुआ है. ऐसे जमीन के मालिकों से लगान नहीं ली जा […]

रांची में 25 हजार एकड़ से अधिक गैरमजरुआ खास जमीन फंसी
म्यूनिसिपल सर्वे के खाते की जांच में सही पाये जाने के बाद खोला जायेगा लॉगिन
मनोज लाल
रांची : राज्य भर की गैरमजरूआ खास जमीन का म्यूटेशन व लगान वसूली का काम फंसा हुआ है. ऐसे जमीन के मालिकों से लगान नहीं ली जा रही है. अॉनलाइन होने के बाद राज्य के करीब छह लाख एकड़ गैरमजरूआ खास जमीन को लॉक कर दिया गया है. इसमें केवल रांची की 25 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन फंसी हुई है. इनकी रसीद तभी कटेगी, जब इनका म्यूनिसिपल सर्वे के खाते की जांच होगी. यह देख लिया जायेगा कि इस सर्वे में किनके नाम से खाता है. इसके साथ ही गैरमजरूआ खास जमीन की बंदोबस्ती के अन्य दस्तावेज भी देखे जायेंगे.
न्यायालय के आदेशों का भी अवलोकन किया जायेगा. सारे मामलों को देखने के बाद गैरमजरूआ खास जमीन के बारे में फैसला लिया जायेगा. अगर इसकी बंदोबस्ती वैद्य पायी जाती है, तो इन जमीनों का लॉक खोल दिया जायेगा और रैयतों का म्यूटेशन हो सकेगा. साथ ही उनसे लगान लेकर रसीद भी दी जायेगी. इसका फैसला लिया गया है. इसे लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार सचिव केके सोन ने संबंधित अफसरों को आवश्यक निर्देश भी दिये थे.
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक जैसे ही राज्य में जमीन का अॉनलाइन काम शुरू हुआ, सारे गैरमजरूआ खास जमीन को भी लॉक कर दिया गया. यानी इसका म्यूटेशन व लगान वसूली बंद हो गयी. विभाग ने सुरक्षा को ध्यान में रख कर यह किया, ताकि अवैध तरीके से बंदोबस्त जमीन की भी रसीद न कट जाये. तय हुआ कि जमीन की स्थिति, प्रकृति व वैद्यता देख कर ही लॉक खोला जायेगा.
दौड़ रहे लोग
इधर, करीब छह माह से लोग दौड़ रहे हैं. वर्षों से जिनकी रसीद कटती थी, आज नहीं कट रही है. वहीं कई लोग म्यूटेशन के लिए अंचल कार्यालय से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक की चक्कर लगा रहे हैं. अप टू डेट रसीद नहीं होने की वजह से न तो उनका नक्शा बन पा रहा है और न ही बैंकों से कर्ज मिल रहा है. लोगों का कहना है कि जांच हो, पर इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी की जाये.

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