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झारखंड विधानसभा: स्पीकर पर कुरसी-जूते फेंके, तोड़फोड़, तीन मिनट में पास हुआ सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक

रांची : सरकार की ओर से लाये गये सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन विधेयक के खिलाफ विपक्ष के विधायकों ने बुधवार को विधानसभा में जोरदार हंगामा किया. प्रदर्शन कर रहे विपक्ष के विधायकों ने स्पीकर दिनेश उरांव पर जूते फेंके. लोहे की कुरसी और उसका पहिया भी फेंका. घटना में स्पीकर बाल-बाल बचे. विपक्ष ने वेल […]

रांची : सरकार की ओर से लाये गये सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन विधेयक के खिलाफ विपक्ष के विधायकों ने बुधवार को विधानसभा में जोरदार हंगामा किया. प्रदर्शन कर रहे विपक्ष के विधायकों ने स्पीकर दिनेश उरांव पर जूते फेंके. लोहे की कुरसी और उसका पहिया भी फेंका. घटना में स्पीकर बाल-बाल बचे. विपक्ष ने वेल में घुस कर प्रदर्शन किया, विधेयक की कॉपी फाड़ी. हंगामे और अफरा-तफरी के बीच सरकार ने मात्र 2़ 57 मिनट में सीएनटी-एसपीटी संशोधन सहित आठ विधेयक ध्वनि मत से पास करा लिये. बिल पास होने के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.

कार्यवाही शुरू होते ही वेल में घुसा विपक्ष : बुधवार सुबह 11़ 05 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पूरा विपक्ष वेल में आ गया. सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामा होता देख स्पीकर ने कार्यवाही दिन के 12़ 45 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. 12़ 49 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तो हंगामा और बढ़ गया. संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने सदन में एजी की रिपोर्ट रखी. इसके बाद विपक्ष के विधायक वेल में घुस आये और रिपोर्टर टेबल पर चढ़ गये. कुरसियां तोड़नी शुरू कर दी. कुरसियां फेंकने भी लगे. इस बीच विपक्ष के एक विधायक ने स्पीकर पर कुरसी फेंक दी. कुरसी के पहिए भी फेंके. वह किसी तरह बचे. विधेयक की कॉपी भी फाड़ कर स्पीकर पर फेंक दी.

हंगामे के बीच झामुमो विधायक पौलुस सुरीन और अनिल मुरमू मार्शल से भिड़ गये. मार्शल ने उन्हें कुरसी उठाने से रोका तो उठा-पटक शुरू हो गयी. रिपोर्टर टेबल पर बैठे विधानसभा कर्मी इधर-उधर भाग गये. झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने संसदीय कार्य मंत्री के कागज फाड़ दिये़ स्पीकर के सामने लगे माइक को तोड़ने की कोशिश की. कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी विधानसभा में फॉग स्प्रे उड़ाये़ सरकार की सहयोगी आजसू पार्टी के विकास मुंडा और रामचंद्र सईस भी विपक्ष के साथ वेल में घुस थे. हंगामा देख स्पीकर ने दिन के दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी़

सत्ता पक्ष ने महिला और बुजुर्ग विधायकों को पीछे बैठाया

तीसरी बार दिन के 2़ 10 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. पर इससे पहले मार्शल व विधानसभाकर्मियों ने सदन में विपक्ष को घेर लिया़ सत्ता पक्ष के संजीव सिंह, विरंची नारायण, अनंत ओझा, नवीन जायसवाल सहित कई विधायक निर्धारित जगह को छोड़ आगे की सीट पर बैठ गये. महिला और फूलचंद मंडल जैसे बुजुर्ग विधायकों को पीछे की सीट पर कर दिया गया. इस दौरान विपक्ष हंगामा करता रहा. कागज फेंकता रहा. झामुमो विधायक पौलुस सुरीन ने जूते स्पीकर की ओर उछाल दिये. हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने सीएनटी-एसपीटी संशोधन सहित कुल आठ विधेयक पेश कर दिया. मात्र 2.57 मिनट में सभी आठ विधेयक ध्वनि मत से पारित हो गये.

बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास धैर्य रखें, सच्चाई सामने आयेगी

सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन संबंधी विधेयक के पारित होने के बाद विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : राज्य की जनता धैर्य रखे, सच्चाई सामने आयेगी. झूठ का सहारा लेकर जनता को बहुत दिनों तक बरगलाया नहीं जा सकता है. संशोधन राज्यहित में किया गया है. इसका लाभ आदिवासी और गरीब लोगों को मिलेगा.

उन्होंने कहा : सदन चर्चा के लिए होता है. विपक्षी विधायकों से बार-बार चर्चा करने का आग्रह किया गया था. कहा गया था कि खामियां हैं तो बतायें, सरकार उस पर गंभीरता से विचार करेगी. पर इसे विपक्ष ने स्वीकार नहीं किया. सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है. झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता से विपक्ष को माफी मांगी चाहिए.

बोले प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन

सरकार को भुगतना होगा परिणाम

नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा : सरकार ने मूलवासियों- आदिवासियों पर कफन डालने का काम किया है. असामाजिक तत्वों के सहयोग से बिल पास कराया है. जिन्हें सदन में घुसने की अनुमति नहीं थी, उन्हें घुसा कर हमारे विधायकों को रोका गया. जिन लोगों को सदन में रखा गया था, उनमें कई शराब पीये हुए थे.

सरकार को इसका परिणाम भुगतना होगा. इस बिल को लेकर सीएम पर बड़ा दवाब था. बहुमत के बावजूद भी उन्हें भय था. इस कारण सदन के अंदर मार्शल के अतिरिक्त बोरो लोगों को लगाया गया. हम जनता के दरबार में जायेंगे. आजसू दोनों पैरों में नाव लेकर चलना चाहती है. राज्य को बचाने के लिए उसे सरकार छोड़ कर आना होगा.

स्पीकर पर स्प्रे करदिया

11़ 08 बजे कार्यवाही शुरू हुई. हेमंत सहित सभी विपक्षी विधायक नारे लिखी टी-शर्ट पहन कर पहुंचे. प्रदीप यादव बैनर ओढ़ कर पहुंचे

स्पीकर आने की घोषणा होते ही झामुमो, झाविमो व कांग्रेस के विधायक वेल में घुसे. हेमंत, आलमगीर, सुखदेव सीट पर बैठे रहे

दूसरी बार कार्यवाही शुरू होते ही शशिभूषण सामड़, अमित महतो, दीपक बिरुआ व इरफान रिपोर्टर टेबल पर काम कर रहे लोगों को धकेल कर उस पर चढ़ गये. स्पीकर पर कागज फेंका गया

अनिल मुरमू, पौलुस सुरीन मार्शल से भिड़े. कुरसी का पहिया तोड़ इधर-उधर फेंका. मार्शल के साथ उठा-पटक हुई

प्रदीप यादव ने संसदीय कार्य मंत्री के टेबल से लेकर बिल फाड़ा

तीसरी बार सदन की कार्यवाही शुरू के बाद पौलुस सुरीन ने जूता फेंका

मार्शल ने विपक्षी विधायकों को रोके रखा़ इसके बाद भी स्टीफन मरांडी, प्रदीप यादव, जोबा मांझी सहित कई विधायक टेबल पर चढ़ गये़ प्रदीप शर्ट खोलने लगे

हंगामे के बीच विधेयक सदन में रखा गया और यह पास हो गया

विपक्ष पर लाठीचार्ज, आंसू गैस छोड़े

विपक्ष की बनी रणनीति, कल झारखंड बंद का आह्वान

दिन भर चले घटनाक्रम के बाद बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव, सुखदेव भगत, जलेश्वर महतो, राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा, बंधु तिर्की, स्टीफन मरांडी समेत विपक्ष के कई विधायक व नेता देर शाम हेमंत सोरेन के आवास पर जुटे. बाबूलाल और हेमंत सोरेन ने बताया कि एक्ट में संशोधन के खिलाफ 25 नवंबर को विपक्ष ने झारखंड बंद का आह्वान किया है. दोनों ने 23 नवंबर को झारखंड के लिए काला दिन बताया. आदिवासी अधिकार मंच द्वारा दो दिसंबर को बुलाये गये बंद को 25 नवंबर के बंद में शामिल करने की अपील की.

अरगोड़ा मैदान

11 बजे झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में विपक्षी दल राजद, जदयू, कांग्रेस, भाकपा, माकपा के नेता व कार्यकर्ता अरगोड़ा मैदान में जुटे. करीब एक बजे सारे नेता पैदल ही जुलूस के रूप में डिबडीह होते हुए सेटेलाइट चौक पर पहुंचे.

सेटेलाइट चौक

सभी को पुलिस ने सेटेलाइट चौक पर रोक दिया. इसके बाद सभी यहीं धरने पर बैठ गये. दिन के करीब 2.35 बजे झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव धरनास्थल पर पहुंचे और संशोधन एक्ट पारित होने की सूचना दी. इसके बाद सारे नेता विधानसभा का घेराव करने निकल पड़े. बैरिकेडिंग तोड़ दी. इसके बाद पुलिस ने पानी की बौछार की, आंसू गैस के गोले छोड़े. भीड़ शांत नहीं होने पर लाठीचार्ज शुरू कर दी.

बिरसा चौक

बिरसा चौक के पास कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता सुबह 11 बजे से एक बजे तक जमे रहे. आंगनबाड़ी सेविका और रसोईया संघ के धरने को भी संबोधित किया. दोपहर 1.15 बजे खूंटी रोड से भुंईहरी, खूंटकटी परिषद के सदस्य बिरसा चौक पहुंचे. इन लोगों ने बिरसा चौक गेट के पास शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया. बाद में यहां सभा हुई.

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