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रांची : निगम ने पैसा कमाने के लिए सड़क पर पार्किंग बना ठेकेदार को बेची
रांची : शहर को जाम मुक्त करने के लिए नगर निगम व जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है. आम लोगों से अपील की जाती है कि वे वाहनों को सड़क पर न खड़ा करें, पार्किंग स्थल पर खड़ा करें. दूसरी ओर, शहर को जाम करने में भी रांची नगर निगम महत्वपूर्ण […]
रांची : शहर को जाम मुक्त करने के लिए नगर निगम व जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है. आम लोगों से अपील की जाती है कि वे वाहनों को सड़क पर न खड़ा करें, पार्किंग स्थल पर खड़ा करें. दूसरी ओर, शहर को जाम करने में भी रांची नगर निगम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों पर ही पार्किंग बना दी गयी है और उसे ठेकेदारों के हवाले कर दिया गया है. ठेकेदार के कर्मचारी भी सड़क पर बनी पार्किंग पर वाहन खड़ी करवाते हैं, पैसे की वसूली करते हैं. शहर के कुछ प्रमुख स्थलों पर सड़क पर बनी पार्किंग की स्थिति बयां करती रिपोर्ट.
जीइएल पार्किंग स्थल : चर्च कॉम्प्लेक्स के सामने नगर निगम का पार्किंग स्थल है. ठेकेदार के लोग यहां वाहन सड़क पर ही पार्क कराते हैं और पैसे वसूलते हैं. वाहनों की पार्किंग से आधी सड़क हर वक्त भरी रहती है. इस कारण चौड़ी सड़क यहां संकरी हो गयी है. इससे आने-जानेवालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
वैसे तो यहां मार्केट का खुद का पार्किंग स्थल है, लेकिन यहां पर भी वाहनों को सड़क पर ही पार्क करवाया जाता है. सड़क पर ही वाहन पार्क कराये जाने के कारण यहां भी रह-रह कर जाम लगता रहता है.
लबर्ट एक्का चौक
हरिओम टावर
यहां पर भी नगर निगम द्वारा सड़क को ही पार्किंग के रूप में चिह्नित कर दिया गया है. हरिओम टावर की दीवार के बाहर में वाहनों की पार्किंग करायी जाती है. नतीजतन, यहां पार्किंग स्थल में खड़े वाहनों का आधा हिस्सा सड़क पर आ जाता है.
मेन रोड, डंगरा टोली समेत शहर के प्रमुख स्थलों पर पार्किंग की स्थिति बदतरनिगम लोगों से अपील करता है कि सड़क पर न लगायें पर खुद नहीं चेतता है
एसआरएस मॉल
डंगराटोली चौक के समीप एसआरएस मॉल है. मॉल के निर्माण के दौरान मॉल प्रबंधन ने कुछ जगह गिफ्ट डीड के रूप में नगर निगम को दी थी. निगम ने इसी डीड की जमीन को ही वैध पार्किंग बना दिया है. नतीजतन, यहां भी वाहन सड़क पर खड़े हाेते हैं.
ठेकेदार को ऐसी व्यवस्था बहाल करनी है, लेकिन नहीं की जाती
नगर निगम जब ठेकेदारों को पार्किंग स्थल आवंटित करता है, तो उसमें कई शर्तें जोड़ी जाती हैं. ताकि पार्किंग स्थल में वाहन खड़ा करनेवाले लोगों को सुविधाएं मिल सके. लेकिन निगम के पार्किंग स्थलों में किसी नियम का पालन नहीं होता है.
10 मिनट की फ्री पार्किंग
पार्किंग स्थल में आम लोगों के वाहन सुरक्षित रहें, इसके लिए पार्किंग टिकट पर ठेकेदार का नाम व नंबर अंकित रहना चाहिए. लेकिन निगम के किसी भी पार्किंग में यह व्यवस्था नहीं है. पार्किंग टिकट में केवल रांची नगर निगम अंकित रहता है.
त्योहारों में 50 प्रतिशत शुल्क में कटौती
सरकारी छुट्टी व त्योहार के दिनों में लोगों की सुविधा को देखते हुए पार्किंग शुल्क आधा करने का नियम है. इसका निर्देश सभी ठेकेदारों को भी दिया गया है. लेकिन शहर के पार्किंग स्थलों के ठेकेदार छुट्टी या त्योहार के दिनों में भी पूरे पैसे वसूलते हैं. लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. पार्किंग स्थलों में पेयजल की सुविधा बहाल करने की जिम्मेवारी भी निगम व संवेदक की है, लेकिन किसी पार्किंग स्थल में पेयजल की सुविधा नहीं है.
शहर में जगह की कमी है. पूर्व में नगर निगम ने पार्किंग स्थल बनाने के लिए क्लब रोड व सुजाता चौक के समीप जगह चिह्नित किया था, लेकिन वह भी नहीं हुआ. जगह नहीं होने के कारण मजबूरी में ऐसी जगहों को पार्किंग बनाया गया है. रही बात ठेकेदारों की मनमानी की, तो निगम अपना काम कर रहा है. जो इनका पालन नहीं करेंगे, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा.
संजीव विजयवर्गीय, उप महापौर
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