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रांची : कंट्रीब्यूटरी प्रोविडेंट फंड में अब मूल वेतन और महंगाई भत्ता से 12% राशि जायेगी
रांची : कोल इंडिया में अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधाओं में बदलाव किया गया है. पहले कोल अधिकारियों के कंट्रीब्यूटरी प्रोविडेंट फंड में मूल वेतन व महंगाई भत्ता से 10.84 फीसदी राशि जाती थी. अब यह राशि 12 फीसदी होगी. कोल माइंस पेंशन स्कीम में पहले बेसिक और महंगाई भत्ता की 1.16 […]
रांची : कोल इंडिया में अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधाओं में बदलाव किया गया है. पहले कोल अधिकारियों के कंट्रीब्यूटरी प्रोविडेंट फंड में मूल वेतन व महंगाई भत्ता से 10.84 फीसदी राशि जाती थी. अब यह राशि 12 फीसदी होगी. कोल माइंस पेंशन स्कीम में पहले बेसिक और महंगाई भत्ता की 1.16 फीसदी राशि जाती थी.
अब 7%राशि पेंशन मद में जायेगी. रिटायरमेंट के बाद अधिकारियों को मिलने वाली सुविधा के लिए पूर्व में मूल वेतन व महंगाई भत्ता से 4%राशि काटी जाती थी. इसे घटा कर अब 2% कर दिया गया है. कोल इंडिया के अधिकारियों को सेवानिवृत्ति के बाद एक विशेष प्रकार की पेंशन की सुविधा मिलती है. इसके एवज में पहले मूल वेतन व महंगाई भत्ता की 9.84 % राशि जाती थी. अब इसे 6.99 % कर दिया गया है. उक्त सुविधाओं के लिए अधिकारियों को मूल वेतन व महंगाई भत्ता की 30 % राशि इन मदों में काटी जायेगी.
अकेले रहने पर भी 25 लाख तक के इलाज की सुविधा
वर्तमान में कोल इंडिया के सेवानिवृत्त अधिकारी और उनकी पत्नी को पूरे जीवन काल में सामान्य बीमारियों में 25 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जाती है. पति या पत्नी में से एक के होने पर यह राशि 12.5 लाख रुपये हो जाती है. कोल इंडिया बोर्ड ने अब तय किया है कि अकेले होने पर भी यह राशि अब 25 लाख रुपये ही होगी. अभी ओपीडी में इलाज के लिए प्रति अधिकारियों को 15 हजार रुपये प्रति वर्ष मिलते हैं. अब 36 हजार रुपये दने का निर्णय लिया गया है.
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