रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले पाला बदलने के लिए भाजपा ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया है. पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने गुरुवार को कहा की सरफराज अहमद के पार्टी छोड़ देने के साथ ही दो महीने में कांग्रेस के चार पूर्व प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी छोड़ी है. डॉ अजय कुमार, सुखदेव भगत, प्रदीप कुमार बालमुचू और अब सरफराज अहमद. यह दर्शाता है कि कांग्रेस की नैया डूब चुकी है.
इसलिए जो बचे रहना चाहते हैं, वे कांग्रेस से किनारा कर रहे हैं. उसके कोई डूबना नहीं चाहता. प्रतुल ने कहा कि सरफराज अहमद तो अविभाजित बिहार के समय के प्रदेश अध्यक्ष थे. उन्होंने पार्टी छोड़कर कांग्रेस नेतृत्व पर वंशवाद का आरोप लगाया. इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस में किस तरीके का आतंक है. कांग्रेस के नेता जनता के मूड को भांप चुके हैं. इसलिए एक के बाद एक चार पूर्व प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी छोड़ दी.
प्रतुल ने कहा यह कोई छोटी राजनीतिक घटना नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष राज्य में पार्टी का चेहरा होता है. जब दो महीने में किसी राष्ट्रीय पार्टी के चार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष इस्तीफा दे दें, तो समझ लेना चाहिए कि उस पार्टी का प्रदेश में अंत निकट है.
प्रतुल ने कहा की भाजपा शुरू से मानती हैं की कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव भी कब तक कांग्रेस में रहेंगे, यह भविष्यवाणी कर पाना किसी बड़े ज्योतिषी के लिए भी संभव नहीं है. दरअसल, कांग्रेस ने लंबे समय तक यहां के आदिवासी-मूलवासियों को ठगा है. अब ये वर्ग भी इनकी असलियत जान चुके हैं और इस चुनाव में कांग्रेस साफ होने जा रही है.