रांची : दवा कंपनियों से सांठगांठ कर दवा के नाम पर मरीजों को लूटने वाले अस्पतालों की जांच का आदेश स्वास्थ्य विभाग ने दिया है. राज्य औषधि निदेशालय ने राजधानी के आठ अस्पतालों की जांच करने को कहा है.
इसके लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. जांच टीम आइसीयू व सीसीयू में उपयोग होनेवाली दवाओं का क्रय-विक्रय व वितरण की पूरी प्रक्रिया की जांच करेगी. दवा बनानेवाली कंपनी और बिना डिस्ट्रीब्यूटर के सीधे कंपनी से दवा मंगानेवाले अस्पतालों में दवाओं के क्रय-विक्रय, वितरण व भंडारण की भी जांच करेगी.
हेल्थ इंश्योरेंस से संबंधित मरीजों को दी जानेवाली दवाओं के क्रय-विक्रय का अभिलेख व एनपीपीए से संबंधित जांच भी करने को कहा गया है.
राज्य औषधि निदेशालय ने जांच टीम को अस्पतालाें द्वारा उपयोग किये जानेवाले इंप्लांट, वाल्व व स्टेंट की जांच करने का आदेश दिया है. आदेश में कहा गया है कि इंप्लांट व स्टेंट की दर सरकार द्वारा निर्धारित करने के बाद भी मरीजों को राहत नहीं मिल पायी है. अस्पताल नये-नये तरीके अपना कर मरीजों से पैसे वसूल रहे हैं.
इन अस्पतालों की होगी जांच : – मेडिका अस्पताल – रानी अस्पताल – सेंटाविटा – आर्किड – मेदांता अस्पताल – सिरडी साईं अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर – मां रामप्यारी आर्थो हॉस्पिटल – हिल व्यू हॉस्पिटल