रांची : मॉनसून सत्र को सुचारू रूप से चलाने और कार्यवाही पर चर्चा करने को लेकर स्पीकर दिनेश उरांव ने शुक्रवार को विधानसभा में बैठक बुलायी़, लेकिन सिर्फ संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा और प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ही पहुंचे़ स्पीकर सहित नेताओं ने दूसरे दलों के विधायक दल के नेताओं का एक घंटे तक इंतजार किया, लेकिन किसी दल के विधायक नहीं पहुंचे.
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम बाहर थे़ उन्होंने पार्टी के विधायक मनोज यादव और सुखदेव भगत को अधिकृत किया था, लेकिन दोनोें विधायकों में से कोई नहीं पहुंचा़ प्रतिपक्ष के नेता श्री सोरेन भी बैठक में देर से पहुंचे थे. इधर झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव पर वारंट होने के बाद उनके दल की आेर से दूसरे विधायक प्रकाश राम भी बैठक से दूर रहे.
आजसू, वामदल व बसपा के विधायक भी स्पीकर की बैठक में मौजूद नहीं थे. सूचना के मुताबिक सदन के नेता मुख्यमंत्री रघुवर दास बीमार होने की वजह से बैठक में नहीं पहुंच पाये.
इधर प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि बैठक में जो हालात हैं, उससे सरकार की मंशा साफ झलक रही है. सरकार सदन को सही तरीके से चलाना नहीं चाहती है़ प्रतिपक्ष के नेता श्री सोरेन ने इसके लिए संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा को जिम्मेवार ठहराया़
- मुख्यमंत्री रघुवर दास बीमार होने के कारण नहीं हुए शामिल
- आलमगीर ने मनोज-सुखदेव को किया था अधिकृत, नहीं पहुंचे, झाविमो, आजसू, वामदल, बसपा भी नदारद
- प्रतिपक्ष के नेता हेमंत ने संसदीय कार्यमंत्री को हालात के लिए जिम्मेवार ठहराया
सरकार निर्भीक होकर जुर्म कबूले, सदन चलेगा : हेमंत
स्पीकर के साथ बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार ने पांच वर्ष में बहुत जुर्म किये है़ं जुर्म मतलब केवल हत्या नहीं होता है, सरकार की नाकामी भी जुर्म है़ पांच वर्षों तक सरकार ने केवल मौज-मस्ती की है़ सरकार निर्भीक होकर जुर्म कबूले, तो सदन चलेगा.श्री सोरेन ने कहा कि सत्ता पक्ष चाहता है कि सदन की कार्यवाही कैसे बाधित हो. सदन में पूरे राज्य के सवाल आते हैं. विपक्ष हमेशा सदन चलाने के पक्ष में रहा है. सदन में सरकार का असली चेहरा सामने लाया जायेगा. राज्य की जो हालत बन गयी है, वह किसी से छिपी नहीं है.
सवाल सरकार के गले की हड्डी बनने वाली है और सरकार सवालों से भाग रही है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह केवल आखिरी सत्र नहीं है, अब सबकुछ सरकार के लिए आखिरी ही है. उन्होंने कहा कि सदन में बहुत सारे एजेंडे हैं, उसको विपक्ष लेकर आयेगा़ प्रतिपक्ष के नेता श्री सोरेन ने अनुपूरक बजट को सत्र के पहले दिन लाने पर भी सवाल उठाया.
श्री सोरेन ने कहा कि ऐसा पहले उनकी जानकारी में कभी नहीं हुआ है. सदस्यों को इसे पढ़ने और समझने का भी समय चाहिए. इस पर बहस होती है. लेकिन इसको भी अगले दिन खत्म कर लिया जायेगा. सरकार का क्या उद्देश्य है, वही बता पायेगी़
सत्र सही तरीके से चलेगा, ऐसी उम्मीद है : स्पीकर
स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा है कि सदन सुचारू रूप से चलेगा़ जनता के सवाल सदन में आयेंगे़ पक्ष-विपक्ष गंभीरता के साथ जनता के सवाल लेकर आयेगा. उन्होंने कहा कि बैठक में पक्ष-विपक्ष से दो सदस्य पहुंचे थे़ सभी सदन को सही तरीके से चलाना चाहते है़ं मुझे भी उम्मीद है कि सदन सही तरीके से चलेगा़