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फॉर्मूला चला तो झामुमो 37, कांग्रेस 19 और झाविमो 13 पर लड़ेगा विस चुनाव, जानें 2014 के चुनाव के प्रदर्शन के बारे में
सतीश कुमार पिछले प्रदर्शन को लेकर सीट बंटवारे पर बना फॉर्मूला रांची : विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की हुई बैठक में पिछले विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन को लेकर सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार करने को लेकर चर्चा की गयी. अगली बैठक में इस पर सहमति भी बन सकती है. घटक दलों ने बुधवार […]
सतीश कुमार
पिछले प्रदर्शन को लेकर सीट बंटवारे पर बना फॉर्मूला
रांची : विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की हुई बैठक में पिछले विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन को लेकर सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार करने को लेकर चर्चा की गयी. अगली बैठक में इस पर सहमति भी बन सकती है.
घटक दलों ने बुधवार को नेता प्रतिपक्ष और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस फॉर्मूले के तहत सीट बांटने का सुझाव भी दिया है. इसमें तय हुआ है कि पिछले विधानसभा चुनाव में जिस पार्टी ने जितनी सीट जीती और जितने पर उसके प्रत्याशी दूसरे नबंर पर रहे, उस सीट पर संबंधित दल का स्वाभाविक दावा बनता है. ये सीटें उसी दल को दी जाये.
अगर पिछले विधानसभा चुनाव का परिणाम देखा जाये, तो झामुमो ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी. उप चुनाव को मिला जाये तो झामुमो के प्रत्याशी 18 सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे. राजमहल व बोरियो में झामुमो प्रत्याशी के हार का अंतर 702 व 712 मत था.
टुंडी में झामुमो के मथुरा महतो 1126 मतों से पराजित हुए थे. झामुमो जिन 18 सीटों पर दूसरे स्थान पर रहा था, उसमें से सात सीटों पर जीत-हार का अंतर 5000 मत रहा था. लिट्टीपाड़ा, गोमिया, सिल्ली में हुए उप चुनाव में झामुमो के उम्मीदवारों ने जीत कर अपनी सीट बरकरार रखी. जहां तक कांग्रेस का सवाल है, तो उसने पिछले विधानसभा चुनाव में छह सीटें जीती थी.
इसके बाद लोहरदगा उप चुनाव में सुखदेव भगत की जीत से कांग्रेस की सीट बढ़ कर सात हो गयी. जय भारत समानता पार्टी की विधायक गीता कोड़ा के कांग्रेस में शामिल होने और कोलेबिरा में कांग्रेस के नमन विक्सल कोंगाड़ी के जीतने पर कांग्रेस की सीट बढ़ कर नौ हो गयी है.
झाविमो को पिछले विधानसभा में आठ सीटें मिली थीं. चुनाव के बाद पार्टी के छह विधायक भाजपा में शामिल हो गये. एेसे में पार्टी में वर्तमान विधायकों की संख्या घट कर सिर्फ दो रह गयी है. झाविमो पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी. राजद का कोई भी प्रत्याशी पिछले विधानसभा में चुनाव नहीं जीत पाया था. हालांकि दूसरे नंबर पर पार्टी के छह प्रत्याशी रहे थे.
2014 के विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन
दल कितनी सीट जीते कितनी सीट पर दूसरे स्थान पर रहे कुल
झामुमो 19 18 37
कांग्रेस 09 10 19
झाविमो 08 05 13
राजद 00 06 06
सपने में भी दिख रहा सोरेन परिवार : हेमंत
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है.अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री को सपने में भी सोरेन परिवार ही दिख रहा है. यही वजह है कि उनकी जुबान पर हमेशा सोरेन परिवार का नाम रहता है. भाजपा की एकमात्र नीति है कि झारखंड के लोगों को भगाओ और बाहरी लोगों को बसाओ. भाजपा यहां छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र व गुजरात के लोगों को बसाना चाहती है.
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