राज्य गठन के समय 1840 किमी थी लंबाई
एनएच की संख्या भी बढ़ कर 12 से 30 हुई
रांची : झारखंड में नेशनल हाइवे की लंबाई बढ़ कर 3366.8 किमी हो गयी है. राज्य गठन के समय यह लगभग 1840 किमी थी. वहीं एनएच की संख्या भी बढ़ कर 30 हो गयी है. राज्य गठन के एक साल बाद एनएच की संख्या मात्र 12 थी. लगातार राष्ट्रीय उच्च पथ में बढ़ोतरी होती गयी है. केंद्र सरकार स्टेट हाइवे को अपने अधीन लेकर उसे राष्ट्रीय उच्च पथ में तब्दील करती रही है.
रांची शहर में कचहरी चौक से पिस्का मोड़ होते हुए डालटनगंज-गढ़वा तक की सड़क को भी एनएच में तब्दील कर दिया गया. इसे एनएच 75 बनाया गया.
इसी तरह बिरसा चौक से चाईबासा मार्ग को भी एनएच 75 एक्सटेंशन बना दिया गया. वहीं इन एनएच की सड़कों को एनएचएआइ ने अपने अधीन करके निर्माण शुरू कराया है. आठ से ज्यादा महत्वपूर्ण एनएच को एनएचएआइ ने अपने अधीन ले लिया है और विकास भी शुरू कर दिया है. राज्य में सबसे लंबी सड़क एनएच 114 ए है, जिसकी लंबाई 298 किमी है. यह सड़क डुमरी से शुरू होकर गिरिडीह-मधुपुर-सारठ-चौपा मोड़-जरमुंडी-जमुआ-दुमका-शिकारीपाड़ा होते हुए पश्चिम बंगाल तक जाती है.
इसके बाद एनएच 75 रांची से कुड़ू-लातेहार-डालटनगंज-गढ़वा-नगरउंटारी होते हुए उतर प्रदेश की सीमा तक जाती है, जिसकी लंबाई 261 किमी है. एनएच 32 गोविंदपुर से धनबाद-चास, पश्चिम बंगाल-चांडिल होते हुए जमशेदपुर तक जाती है, जिसकी लंबाई 215 किमी है. वहीं, एनएच-2 बिहार सीमा से चौपारण-बरही-बरकट्ठा होते हुए तोपचांची,गोविंदपुर-निरसा से पश्चिम बंगाल सीमा तक जाती है, जिसकी लंबाई 199.8 किमी है.
जमशेदपुर से बहरागोड़ा अब एनएच-18 के नाम से जाना जायेगा
जमशेदपुर से बहरागोड़ा तक एनएच-33 अब एनच-18 के नाम से जाना जायेगा. एनएचएआइ के महाप्रबंधक एवं परियोजना निदेशक सदरे आलम ने यह जानकारी दी़ उन्होंने बताया कि महुलिया-बहरागोड़ा एनएच-33 का निर्माण कार्य अंतिम स्तर पर होने के बाद एनएच-18 का किलोमीटर
स्टोन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है.दो माह में महुलिया-बहरागोड़ा एनएच का काम पूरा होगा : सदरे आलम ने बताया कि महुलिया- बहरागोड़ा एनएच का निर्माण कार्य दो माह में पूरा हो जायेगा. फिनिशिंग का काम चल रहा है. फिनिशिंग का काम पूरा होने के बाद यह शुरू हो जायेगा.