रांची : भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के कुछ अधिकारी नौकरी के अतिरिक्त कई प्रकार के इन्वेस्टमेंट या पैतृक संपत्ति से भी लाखों रुपये कमाते हैं. भारत सरकार को भेजे अचल संपत्ति के विवरण में इसका जिक्र किया गया है. कई अधिकारियों के पास व्यावसायिक परिसर भी हैं, जहां से उनको हर साल लाखों रुपये की कमाई होती है.
केंद्र सरकार काे भेजे गये विवरण के मुताबिक जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह का कांके रोड स्थित श्रीराम गार्डेन में 1040 वर्गफीट का एक व्यावसायिक परिसर है. इससे उनको हर साल 7.20 लाख रुपये की कमाई होती है. कृषि सचिव पूजा सिंघल का उनके पति के नाम पर बरियातू में 4500 वर्ग फीट का व्यावसायिक परिसर है.
इससे उनको किराये के रूप में करीब छह लाख रुपये प्रतिवर्ष मिलते हैं. इसके अतिरिक्त श्रीमती सिंघल की कोलकाता की एक प्रोपर्टी में भी हिस्सेदारी है. इससे भी पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष आय होती है. उद्योग विभाग के सचिव के रवि कुमार वेतन के अतिरिक्त करीब आठ लाख रुपये प्रति वर्ष अन्य स्राेत से कमाते हैं. इसमें पैतृक संपत्ति के रूप में मिली खेती योग्य भूमि से करीब सात लाख और अन्य स्त्राेत से एक लाख रुपये की कमाई होती है.
भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार को हजारीबाग के एक पेट्रोल पंप से 2.50 लाख रुपये किराये के रूप में मिलते हैं. इसके अतिरिक्त गाजियाबाद के एक फ्लैट से 1.14 लाख रुपये कमाई हर साल होती है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी का एक अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी में आवासीय परिसर है.