सेहत पर लगातार रखी जा रही नजर
रांची : रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती चारा घोटाला के सजायाफ्ता लालू प्रसाद की जीवनशैली में थोड़ा सुधार आया है. घाव सूखने के बाद लालू प्रसाद ने तीन हफ्ते बाद शुक्रवार से टहलना शुरू कर दिया. वह दोपहर में पेइंग वार्ड के कॉरिडोर में पांच मिनट टहले. डॉक्टरों ने उन्हें घाव सूखने के बाद दोबारा टहलना शुरू करने का परामर्श दिया है.
तीन हफ्ते पहले लालू प्रसाद के दायें पैर के घुटने के पीछे घाव (बालतोड़) हो गया था. घाव बड़ा हो गया था, जिसकी वजह से लालू प्रसाद बेड से उठने में असमर्थ हो गये थे. वह शौचालय तक भी किसी का सहारा लेकर जा रहे थे.
इधर, लालू प्रसाद के शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर प्रतिदिन 82 यूनिट इंसुलिन दे रहे हैं. उन्हें सुबह में 36 यूनिट, दोपहर में 24 यूनिट और रात को 22 यूनिट इंसुलिन दी जा रही है. गुरुवार रात को शुगर का लेवल 127, खाली पेट शुगर 107 व दोपहर का शुगर 83 पाया गया.
जानकारी के अनुसार एशियन हार्ट इंस्टीटयूट मेंं लालू प्रसाद को 84 यूनिट इंसुलिन दिया जा रहा था. इलाज कर रहे डाॅ डीके झा ने बताया कि लालू प्रसाद का घाव ठीक हो गया है, जिसके कारण उनको टहलने काे कहा गया है. शुगर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन दी जा रही है.
तनाव से बाहर आ रहे हैं लालू : डॉक्टरों की मानें, तो लालू प्रसाद धीरे-धीरे तनाव से बाहर आ रहे हैं. डॉक्टर लगातार उनके ब्लड प्रेशर पर नजर रखे हुए हैं. तनाव कम करने वाली दवाएं पहले से ही चल रही हैं. इस दवा का डोज फिलहाल नहीं बढा़या गया है. हालांिक, उनके हृदय की अब भी पहले की तरह ही अनियंत्रित है.
दायें पैर में घाव की वजह से तीन हफ्ते से बंद था लालू प्रसाद का चलना-फिरना. शुगर को नियंत्रित करने के लिए लालू प्रसाद को दी जा रही है 82 यूनिट इंसुलिन