उरीमारी. उरीमारी छात्र संघ कार्यालय में गुरुवार को विस्थापित समिति उरीमारी के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा हुई. विस्थापित नेता दसई मांझी ने कहा कि शिबू सोरेन केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक आंदोलनकारी, विचारक व समाज सुधारक थे. उन्होंने आदिवासी समाज को सूदखोर महाजनों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए लंबा संघर्ष किया. मौके पर कार्तिक मांझी, कृष्णा सोरेन, तालो हांसदा, मनोज सिंह, शिकारी टुडू, सिकंदर सोरेन, विनोद सोरेन, सुखदेव किस्कू, सोमरा पंवरिया, अनिल मुर्मू, सुरेश प्रजापति, सुरेंद्र करमाली, बुधन करमाली, विनोद करमाली, प्रदीप किस्कू, खेमलाल बेसरा, बिहारी मांझी, बिरजू पंवरिया, मजूमदार किस्कू, भोला किस्कू, मोती मांझी, रोशन किस्कू, सूर्यांश बेसरा, देवानंद बेदिया उपस्थित थे.
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