मांडू. मांडू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली मंगलवार को उस समय खुल कर सामने आयी, जब वज्रपात से छात्र की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने में अफरा-तफरी मच गयी. स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों ने बताया कि अस्पताल का शव वाहन करीब एक वर्ष से खराब है. इससे शव ले जाना संभव नहीं हो पा रहा है. इस स्थिति को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला. इस संबंध में मांडूडीह मुखिया बैजनाथ राम ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. कभी चिकित्सक नहीं रहते हैं. कभी उपकरण खराब रहते हैं. अब शव वाहन एक साल से बेकार है. गांव के एस कुमार ने कहा कि अस्पताल पदाधिकारी उदासीन रवैया अपना रहे हैं. रोहित कुमार ने आरोप लगाया कि सड़क दुर्घटना हो या आपात स्थिति में भी अस्पताल प्रबंधन नाकाम साबित होता है. उमाशंकर ने कहा कि समुचित संसाधन होते हुए भी स्वास्थ्य केंद्र हर मायने में पीछे चल रहा है. रोहित कुमार एवं कई ग्रामीणों का कहना है कि यदि अस्पताल की लापरवाही ऐसे ही जारी रही, तो काफी परेशानी होगी.
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