कार्यक्रम को लेकर जोरों पर है तैयारी, सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष नजर
तीन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था है, लुकैयाटांड़ में स्थायी हेलिपेड का हो रहा है निर्माण
रामगढ़/गोला. दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए 16 अगस्त को पूरे झारखंड के लोग नेमरा गांव पहुंचेंगे. इसी दिन श्राद्धकर्म होगा. रामगढ़ के उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने बताया कि श्राद्ध कर्म में सभी लोग आसानी से शामिल होकर बाबा शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देंगे. इसे ध्यान में रखते हुए इसकी विशेष रूप से तैयारी की जा रही है. चार अलग-अलग पंडाल बनाये जा रहे हैं. इसमें लोग श्राद्धकर्म का भोज ग्रहण करेंगे. तीन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था है. लुकैयाटांड़ में 32 फीट रेडियस का स्थायी हेलिपेड का निर्माण कार्य हो रहा है. दो अलग अस्थायी हेलिपेड भी बनाये जा रहे हैं.
रस्म के साथ बनाया जा रहा है भोजन : हेमंत सोरेन समेत परिवार के लोग रस्म के अनुसार भोजन ग्रहण कर रहे हैं. घर के बावर्ची साधु ने बताया कि रोटी, चावल, अरहर दाल, बिना हल्दी व तेल की सब्जी बना रहे हैं. इसी भोजन को परिवार के सदस्य खा रहे हैं.
श्रद्धांजलि देने के लिए आम और खास सभी पहुंचे : बाबा शिबू सोरेन काे राज्यपाल संतोष गंगवार, मंत्री सुदीव्य कुमार साेनू, योगेंद्र प्रसाद, इरफान अंसारी, विधायक लूईस मरांडी, ममता देवी, झामुमो नेता चित्रगुप्त महतो, बिनोद किस्कू, सोनाराम मांझी, महेंद्र मुंडा, आलम अंसारी, मुखिया जीतलाल टुडू, नुरूल्लाह अंसारी, बजरंग महतो, अजीत करमाली, कमलेश कुमार महतो, बरतु करमाली, केशव टुडू, सकल करमाली, बंधु बेदिया, जटाधारी साहू ने श्रद्धांजलि दी.
नेमरा में मोबाइल नेटवर्क आने से लोगों में खुशी : रामगढ़ से 57 किलोमीटर दूर पहाड़ों की तराई में बसा है नेमरा गांव. रंग टुंगरी पहाड़, चंदवा टुंगरी पहाड़, ठेकाकोचा पहाड़, बाड़ेकोचा पहाड़ की तराई में नेमरा गांव में मोबाइल नेटवर्क की काफी परेशानी थी. बीएसएनएल का एक टॉवर लगा था, लेकिन पिछले दो दिन में जीओ का नेटवर्क बेहतर ढंग से काम कर रहा है. एयरटेल का सिस्टम बीएसएनएल टावर में लगाने के लिए सभी सामान उपलब्ध करा दिये गये हैं. बीएसएनएल की स्वीकृति नहीं मिलने से एयरटेल का नेटवर्क शुरू नहीं हो पाया है. गांव वाले उम्मीद कर रहे हैं कि एक-दो दिन में एयरटेल का नेटवर्क काम करने लगेगा. इससे नेमरा गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र व रोरो मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भी फायदा होगा. सरकार की योजनाओं का लाभ भी अलग-अलग तरीकों से गांव वालों को मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

