फोटो फाइल : 15 गोला 16 कार्यक्रम में मौजूद लोग गोला. गोला प्रखंड के कुजूकलां में शान-ए-औलिया कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ पड़ी. कांफ्रेंस में पीरे तरीकत रहबरे शरीयत हजरत अल्लामा मौलाना अल्हाज जियाउर्रब शाहब क़िब्ला, केराफ शरीफ ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की. इसके अलावा उड़ीसा से मुफ्ती शहाबुद्दीन शकाफी, जामताड़ा से मौलाना मो सिद्दीक हसन झारखंडी बाबा, मुफ्ती अल्हाज फहीमुद्दीन मिस्बाही, मौलाना अब्दुलहनान चतुर्वेदी समेत जिले भर से आये दर्जनों उलेमा-ए-दीन व शायरे इस्लाम मौजूद थे. अपने तकरीर में पीरे तरीकत अल्हाज जियाउर्रब शाहब क़िब्ला ने औलिया-ए-किराम की शान व उनकी तालीमात पर विस्तार से रोशनी डाली. उन्होंने कहा कि कुरआन शरीफ में अल्लाह से डरने व वसीला तलाश करने का हुक्म दिया गया है व नबी-ए-पाक के बताये रास्ते पर चलने से ही कामयाबी मिलती है. मुफ्ती शहाबुद्दीन शकाफी ने नबी की सुन्नतों पर अमल, वलियों से वाबस्तगी व माता-पिता की फरमाबरदारी पर जोर दिया. वहीं मुफ्ती फहीमुद्दीन मिस्बाही ने समाज से बुराइयों को खत्म करने का संदेश दिया. कांफ्रेंस के दौरान शायरों ने नात-ए-पाक पेश कर रात भर माहौल को रूहानी बना दिया. निजामत मौलाना मो इरफानुल्लाह रिज्वी, नकाबत मो मनौवर सैफी व सदारत हाफीज गुलाम मुरसलीन ने की. मौके पर मुफ्ती नैयर रजा, हाफीज मो युसूफ रजा, मो तबारकहुसैन, मोजफ्फर हुसैन सहित सैकड़ों अकीदतमंद मौजूद थे.
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