:::अब तक मजदूर, फैक्ट्री प्रबंधन और जेएलकेएम प्रतिनिधियों के बीच तीन दौर की त्रिपक्षीय वार्ता हुई है गोला. गोला प्रखंड की बीएमएल फैक्ट्री प्रबंधन के मजदूरों को बाहर निकालने को लेकर उत्पन्न विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मजदूरों का विरोध -प्रदर्शन जारी है. इस मुद्दे पर अब तक मजदूर, फैक्ट्री प्रबंधन और जेएलकेएम प्रतिनिधियों के बीच तीन दौर की त्रिपक्षीय वार्ता हो चुकी है, लेकिन मजदूरों की मांगों पर पूर्ण सहमति नहीं बन पायी है. अब इस मामले को सुलझाने के लिए 11 अक्तूबर को पुन: श्रम अधीक्षक ने अपने रामगढ़ स्थित कार्यालय में बैठक बुलाने का निर्णय लिया है. उधर, मजदूरों ने फैक्ट्री प्रबंधन को 13 सूत्री मांग पत्र सौंपा है. इसमें स्थानीय रैयत, विस्थापितों और फैक्ट्री से जुड़े मजदूरों को स्थायी रूप से रोजगार देने, गांवों में शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधा सुनिश्चित करने, बुनियादी ढांचे का विकास करने और फैक्ट्री से बाहर किये गये 150 से अधिक मजदूरों को तत्काल पुनः बहाल करने की मांग की गयी है. मजदूरों का आरोप है कि प्रबंधन ने जमीन अधिग्रहण के समय रोजगार और गांव में विकास का वादा किया था. आज तक कंपनी ने वायदे को पूरा नहीं किया है. फैक्ट्री प्रबंधन से समस्याओं का शीघ्र समाधान करने की मांग : जेएलकेएम के केंद्रीय महासचिव संतोष चौधरी ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा रैयत -विस्थापित एवं मजदूरों द्वारा दिये गये 13 सूत्री मांग पत्र में कुछ मांगों पर फैक्ट्री प्रबंधन ने सहमति व्यक्त की है. मजदूरों की मांग है कि स्थानीय एवं निकले गये बाहरी मजदूरों को भी पुन: काम पर वापस रखा जाये. उन्होंने कहा कि मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई में उनकी पार्टी मजदूरों के साथ खड़ी है. उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन से मजदूरों के हित में पहल करते हुए समस्याओं का शीघ्र समाधान करने को कहा.
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