गिद्दी. मंझलाचुंबा पंचायत में लाखों की लागत से बना स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन वर्षों से बेकार पड़ा है. इसके बारे में लोगों ने रामगढ़ जिला व मांडू प्रखंड प्रशासन से कई बार शिकायत की है. इसके बाद भी इस उपकेंद्र भवन में चिकित्सा व्यवस्था बहाल नहीं हो पा रही है. इसमें वर्षों से ताला लटक रहा है. मंझलाचुंबा पंचायत की मुखिया लक्ष्मी देवी ने हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल से शिकायत कर उपकेंद्र में चिकित्सा व्यवस्था बहाल कराने की मांग की है. जानकारी के अनुसार, सरकारी योजना से वर्ष 2011-12 में लगभग 15-16 लाख की लागत से स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन का निर्माण किया गया है. 12-13 वर्षों के दौरान सिर्फ एक बार इस उपकेंद्र का ताला खुला था. भवन की खिड़की, दरवाजा सही सलामत नहीं है. इसकी गुणवत्ता भी धीरे-धीरे खराब हो रही है. मंझलाचुंबा पंचायत के लोगों को इलाज के लिए दूसरे पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र में जाना पड़ता है. पंचायत के लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन में चिकित्सा व्यवस्था बहाल नहीं होगी, तो यह भवन आने वाले दिनों में खंडहर में तब्दील हो जायेगा. फिलहाल इस भवन का कोई उपयोग नहीं हो रहा है. भवन में ताला लटक रहा है. हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने मुखिया को आश्वासन दिया है कि इस पर जिला प्रशासन से बातचीत करेंगे और इस उपकेंद्र में चिकित्सा व्यवस्था जल्द ही बहाल कराने की कोशिश करायेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है