फोटो 13गिद्दी3-निर्माण किया गया लोगो गिद्दी. सीसीएल अरगड्डा कोयला क्षेत्र की रैलीगढ़ा वर्कशॉप के कर्मचारियों ने अपनी सृजनात्मक सोच और तकनीकी दक्षता का परिचय देते हुए स्क्रैप सामग्री से कोल इंडिया का प्रतीक चिन्ह (लोगो) तैयार किया है. यहां पर बेकार पड़ी मशीनों के पुर्जे, लोहे के टुकड़े व अन्य अनुपयोगी सामग्री से इसे बनाया गया है. यह वर्कशॉप परिसर का केंद्र बिंदु बन गया है. इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, संसाधनों के पुन: उपयोग और कर्मचारियों में नवाचार की भावना को बढ़ावा देना है. वर्कशॉप प्रबंधन ने बताया कि यह लोगो कचरे से कंचन बनाने की सोच का प्रतीक है और यह दिखाता है कि यदि इच्छा शक्ति हो तो अनुपयोगी सामग्री से भी सुंदर व उपयोगी कलाकृतियां बनायी जा सकती है. प्रतीक चिन्ह के निर्माण में वर्कशॉप के तकनीकी कर्मियों ने कई दिनों तक मेहनत की. इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह न केवल कोल इंडिया की पहचान को दर्शाता है, बल्कि श्रमिकों की एकता, रचनात्मकता और समर्पण की भावना को भी उजागर करता है. साथ ही यह लोगो सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति सीसीएल की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है. अरगड्डा जीएम एसके झा के मार्गदर्शन में यह लोगो तैयार किया गया है. उन्होंने कर्मचारियों की इस प्रयास की सराहना की और इसे अन्य इकाईयों के लिए प्रेरणादायक बताया. उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रयास ने कर्मचारियों में अपशिष्ट प्रबंधन, संसाधनों के अनुकूलन तथा पर्यावरणीय जागरूकता को भी प्रोत्साहित किया है.
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