Advertisement
वाहे-वाहे गुरु गोविंद सिंह आपे गुरु चेला…
रामगढ़ : खालसा पंथ का स्थापना दिवस बुधवार को श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया. रामगढ़ गुरुद्वारा साहिब में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. ज्ञानी निरंजन सिंह, बाबा गुरजीत व स्त्री संत्संग की महिलाओं ने सिख इतिहास का वर्णन व गुरुवाणी का गायन किया. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव जगजीत सिंह सोनी ने […]
रामगढ़ : खालसा पंथ का स्थापना दिवस बुधवार को श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया. रामगढ़ गुरुद्वारा साहिब में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. ज्ञानी निरंजन सिंह, बाबा गुरजीत व स्त्री संत्संग की महिलाओं ने सिख इतिहास का वर्णन व गुरुवाणी का गायन किया.
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव जगजीत सिंह सोनी ने अपने संबोधन में कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने 24 वर्षों (सन 1675-99) तक सिखों को कठिन युद्ध कला के विविध कलाओं का प्रशिक्षण देकर उन्हें शारीरिक व आध्यात्मिक रूप से पारंगत किया. उन्होनें कहा कि मृत्यु-भय, जात-पात, ऊंच-नीच विचार से रहित समाज की परिकल्पना का उदय खालसा पंथ के रूप में हुआ. मौके पर अमृतसर से आये पंथ प्रसिद्ध रागी जत्था भाई जसविंदर सिंह व उनके दल द्वारा खालसा से संबंधित वीर रस के शबदों का गायन किया.
दल के लोगों ने सूरा सो पहचानिये जो लरे दीन के हेत, जो तो प्रेम खेलन को चाओ शीश धर तली गली मोर आवो, वाहे-वाहे गुरु गोविंद सिंह आपे गुरु चेला, खालसा में मेरो रूप से खास खालसा में हौं करो निवास समेत अनेक शबद का गायन किया. कार्यक्रम की समाप्ति पर गुरु के अटूट लंगर का वितरण किया गया. मौक पर प्रधान रमिंदर सिंह गांधी, जगजीत सिंह सोनी, इंदरपाल सिंह सैनी, जितेंद्र सिंह पवार, कुलवंत मारवा, रंजीत सिंह छाबड़ा, प्रीतम सिंह कालरा, दौलत सिंह सैनी, सुरेंद्र सिंह बेदी, रविंद्र सिंह छाबड़ा बिट्टी, डाॅ नरेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह पलाहा, हरविंदर सिंह सैनी, देवेंद्र सिंह आरोरा, डाॅ मनवरी कौर, लवली गांधी, नरेश कौर सैनी, जसमीत कौर समेत कई लोग मौजूद थे़
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement