::::मामला सुलझने के बाद नॉर्थ उरीमारी परियोजना के विस्तारीकरण में आ रही अड़चन खत्म हो गयी उरीमारी. भुरकुंडुवा व रस्का टोला में कुछ महीनों से चल रहे विवाद का निष्पादन मंगलवार को हो गया. इसके लिए बिरसा परियोजना कार्यालय में बैठक हुई. बैठक में दसई मांझी की अध्यक्षता में पीओ सुबोध कुमार व अन्य पदाधिकारियों के साथ उक्त टोला के 30 घरों से जुड़े मामले पर चर्चा हुई. बैठक में महादेव सोरेन व पूरन मांझी की जमीन के बदले दो-दो नौकरी देने पर सहमति बनी. इसके बाद सभी 30 घरों को जरजरा में पुनर्वास देने का निर्णय हुआ. मामला सुलझने के बाद नॉर्थ उरीमारी परियोजना के विस्तारीकरण में आ रही अड़चन खत्म हो गयी है. पीओ ने कहा कि काफी समय से दोनों भाइयों से बातचीत हो रही थी, लेकिन बात नहीं बन पा रही थी. अब दोनों के पेपर को मुख्यालय भेजा जायेगा. जरजरा पुनर्वास स्थल पर 30 घरों को बसाया जायेगा. वहां सभी तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जायेगी. दसई मांझी ने कहा कि यह मामला सुलझ चुका है. अब अन्य विस्थापितों से जुड़े मामले को भी प्रबंधन के साथ बात कर सुलझाने का काम किया जायेगा. बैठक में प्रबंधन की ओर से ऋत्विक दास गुप्ता, शौर्य सिन्हा, दीपक कुमार, कौशल कुमार, रैयतों की ओर से रमेश सोरेन, चारो मांझी, संजुल सोरेन, मुकद्दर सोरेन, शिकारी टुडू, उमेश सोरेन,तालो हांसदा, विजय सोरेन, सचिन सोरेन, शक्ति सोरेन, सिकंदर सोरेन, सलमी देवी उपस्थित थे.
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