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खाद्य आपूर्ति विभाग की लापरवाही, राशन कार्ड में नाम दर्ज कराने के लिए भटक रही पलामू की कैंसर पीड़िता रेणु

Jharkhand News: कैंसर पीड़िता पति के राशन कार्ड में अपना नाम दर्ज कराने के लिए हुसैनाबाद प्रखंड से लेकर जिला आपूर्ति पदाधिकारी के दरवाजे तक का चक्कर लगा रही हैं, लेकिन इनका नाम राशन कार्ड में दर्ज नहीं हो सका है.

Jharkhand News: झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद नगर पंचायत क्षेत्र के किला रोड, कुर्मीटोला निवासी बिरेंद्र चौधरी की पत्नी रेणु देवी असाध्य बीमारी कैंसर से पीड़ित हैं. वह अपने इलाज के लिए अपने पति के राशन कार्ड में नाम दर्ज कराने को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रही हैं. इनका नाम राशन कार्ड में दर्ज नहीं रहना भी खाद्य आपूर्ति विभाग की घोर लापरवाही है. ये अपने पति के राशन कार्ड में अपना नाम दर्ज कराने के लिए हुसैनाबाद प्रखंड से लेकर जिला आपूर्ति पदाधिकारी के दरवाजे तक का चक्कर लगा रही हैं, लेकिन इनका नाम राशन कार्ड में दर्ज नहीं हो सका है.

आपको बता दें कि रेणु देवी पिछले तीन वर्षों से ब्रेन कैंसर से पीड़ित हैं. उनका इलाज बेंगलुरु के एक बड़े अस्पताल में चल रहा है. महिला रेणु देवी ने बताया कि वह मध्यम मजदूर परिवार से आती हैं. तीन वर्षों में लगभग 12 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं. अब उनके पास उतने पैसे नहीं है कि वो आगे का इलाज करा सकें. जो भी था सभी इलाज में लगा चुकी हैं. अपने रिश्तेदार व महाजन से कर्ज लेकर इलाज कराई हैं, परन्तु अब कोई कर्ज भी नहीं देता. वो अब सक्षम नही हैं कि किसी बड़े अस्पताल में इलाज करा सकें. बड़े अस्पताल में इलाज कराने के लिए राशन कार्ड की मांग की जाती है. राशन कार्ड में नाम रहने की बात अस्पताल प्रबंधक द्वारा कही जा रही है.

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राशन कार्ड उनके पति बिरेंद्र चौधरी के नाम से निर्गत हुआ है, किंतु इस कार्ड में न तो पत्नी का नाम है, न ही पुत्र व पुत्री का नाम दर्ज है. उन्होंने कहा कि इसके लिए कई बार प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक चक्कर लगा चुकी हैं, लेकिन अब तक राशन कार्ड में नाम दर्ज नहीं होने के कारण इलाज नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि अब घर बेचने के अलावा कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा है. पिछले मंगलवार को उपायुक्त के जनता दरबार में भी गई थीं, परन्तु उस दिन उपायुक्त से मुलाकात नहीं हुई. पलामू के जिला अपूर्ती पदाधिकारी ने आवेदन लिया और रिसिविंग भी नहीं दी. उन्होंने आश्वासन दिया था कि अगले दिन नाम जुड़ जाएगा, लेकिन अभी तक नाम नहीं जुड़ा.

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इस संबंध में पलामू जिला आपूर्ति पदाधिकारी से दूरभाष पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने किसी भी महिला का आवेदन नहीं मिलने की बात कही, जबकि महिला ने उन्हें आवेदन दिया है. पीड़िता ने कहा कि न्याय नहीं मिला तो मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मिलकर गुहार लगायेंगी.

रिपोर्ट: जफर हुसैन

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