हिरणपुर. मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में क्रिसमस का पर्व हर्षोल्लास व श्रद्धा के साथ मनाया गया. गिरजाघरों में मध्यरात्रि से विशेष प्रार्थना सभा के साथ क्रिसमस समारोहों की शुरुआत हुई. प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव को लेकर बुधवार आधी रात से ही प्रखंड के तोड़ाई स्थित लिटिल फ्लावर चर्च में सैकड़ों श्रद्धालु जुटे. श्रद्धालुओं ने प्रार्थना कर ईसा मसीह की महिमा में कैरोल गीत गाए. प्रार्थना सभा के बाद फादर एमानवेल मुर्मु ने प्रभु यीशु के जन्म के उद्देश्य और उनके संदेशों पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का जन्म विनम्रता, त्याग और मानव कल्याण का प्रतीक है. मध्यरात्रि से ही श्रद्धालुओं के बीच एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया, जो गुरुवार दिनभर चलता रहा. गुरुवार को भी चर्च परिसर में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर फादर एमानवेल मुर्मु और चार्ल्स हांसदा ने कहा कि प्रभु यीशु का जन्म माता मरियम के गर्भ से गोशाला में हुआ, जो सादगी और समर्पण का प्रतीक है. उन्होंने मानव जाति को प्रेम, करुणा, क्षमा और पाप से मुक्ति का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का प्रेम सभी जाति, धर्म और मजहब के लोगों के लिए समान है तथा उनका संदेश मानवता को एकता और भाईचारे का मार्ग दिखाता है.
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