पानी की समस्या से परेशान पोडरा और पिपरजोड़ी के ग्रामीण ने किया प्रदर्शन
महेशपुर. शहरग्राम पंचायत अंतर्गत पोडरा और पिपरजोड़ी में भीषण जल संकट जूझ रहे ग्रामीणों ने शुक्रवार को महेशपुर-शहरग्राम एवं कोल्ड माइंस मुख्य पथ पर बांस-बल्ला लगाकर और बर्तन रखकर तीन घंटे तक जाम कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने विभाग और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. पोडरा गांव के ताल पहाड़िया टोला और सड़क टोला के ग्रामीण सम्पा पहाड़िन, सेकोनी पहाड़िन, रिंकी पहाड़िन, कुंली पहाड़िन, रूपी पहाड़िन, लोक्खी पहाड़िन, दुर्गी पहाड़िन, दैया पहाड़िन, सोनमती मुर्मू, पणमुनि हांसदा, मरांगबीटी टुडू, मायनो मरांडी समेत सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना था कि गांव का चापाकल और जलमीनार लंबे समय से खराब पड़ा है, जिससे वे कई किलोमीटर दूर झरने से पानी लाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 18 फरवरी को भी जल संकट के समाधान की मांग पर सड़क जाम किया गया था, तब प्रशासन ने दो दिनों के भीतर समस्या हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ. कई बार संबंधित विभाग को आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.गहराई कम होने से नहीं निकल रहा पानी
ग्रामीणों के अनुसार, पीएचडी विभाग ने दो वर्ष पूर्व जलमीनार का निर्माण कराया था, जिसमें 750 फीट गहराई तक बोरिंग किया जाना था, लेकिन ठेकेदार ने केवल 120 फीट पर ही मोटर लगा दिया, जिससे जलमीनार से पानी नहीं निकल रहा है. इससे गांव में पेयजल संकट और गहरा गया है.
तीन घंटे तक जाम, प्रशासन ने दिया लिखित आश्वासन
सड़क जाम की सूचना मिलते ही बीडीओ सिद्धार्थ शंकर यादव, सीओ संजय कुमार सिन्हा, जेइ और महेशपुर पुलिस मौके पर पहुंची. ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे त्वरित समाधान की मांग पर अड़े रहे. अंततः तीन घंटे बाद अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अप्रैल तक गांव में पेयजल समस्या का समाधान किया जायेगा. इस जाम के कारण महेशपुर-शहरग्राम मुख्य सड़क पर पोडरा गांव और पिपरजोड़ी गांव के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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