पाकुड़ : जिले के पाकुड़िया प्रखंड अंतर्गत लागडुम लैंपस द्वारा लागडुम गांव में लाखों रुपये से बनाये जा रहे कृषि भवन निर्माण में अनियमितता बरतने वालों के खिलाफ प्रशासन एफआइआर दर्ज करने की तैयारी कर रहा है. डीसी फिदेलिस टोप्पो ने प्रभात खबर को बताया कि मामले की जांच आइटीडीए निदेशक व विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को करने के निर्देश दिये गये है तथा जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला
लागडूम लैंपस द्वारा 17,00,500 रुपये की लागत से कृषि भवन का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया था. तत्कालीन जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रेश्वर कापर द्वारा समेकित सहकारी विकास योजना के तहत निर्माण की स्वीकृति दी. आरोप है कि उक्त योजना के निर्माण को लेकर दी गयी राशि के विरुद्ध समेकित सहकारिता विकास परियोजना के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार द्वारा लैंपस के अध्यक्ष व सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर 10,73,019 रुपये की निकासी तीन चेक के माध्यम से कर ली.
इसकी शिकायत लागडुम लैम्पस के अध्यक्ष सुलेमान हांसदा व सचिव जीवन मरांडी द्वारा डीसी को लिखित रूप से की गयी तथा विशेष पदाधिकारी सह हिरणपुर प्रखंड के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी संजय कुमार पर फर्जी हस्ताक्षर कर 10,73,19 रुपये की निकासी किये जाने का आरोप लगाया.
अधिकारियों ने की जांच
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीसी फिदेलिस टोप्पो ने जांच का जिम्मा आइटीडीए निदेशक श्रवण साय एवं विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता उपेंद्र पाठक को दिया. अधिकारियों द्वारा योजना स्थल पर जांच की गयी तथा लैंपस अध्यक्ष सचिव सहित विशेष पदाधिकारी श्री कुमार से भी पूछताछ की गयी.
सूत्रों की माने तो जांच के दौरान विशेष पदाधिकारी व तत्कालीन जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा कृषि भवन निर्माण में गलत तरीके से पैसे की निकासी किये जाने को लेकर अनियमितता बरतने का भी मामला सामने आया है. सूत्रों की माने तो विशेष पदाधिकारी सह हिरणपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बेयरर चेक के माध्यम से उक्त राशि की निकासी की गयी जो वित्तीय अनियमितता का मामला बनता है. जांच रिपोर्ट एक दो दिनों के अंदर श्री साय ने दिये जाने की बात कही.