Advertisement
ठाकुर परिवार के हत्यारे कामेश्वर को आजीवन कारावास
लोहरदगा : एडीजे टू की अदालत ने अपहरण एवं हत्या के आरोपी नक्सली कमांडर कामेश्वर यादव को दोषी पाये जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा दी गयी. दो अलग-अलग धाराओं में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी है. हत्या के मामले में आजीवन कारावास के अलावे अपहरण के मामले में भी आजीवन कारावास […]
लोहरदगा : एडीजे टू की अदालत ने अपहरण एवं हत्या के आरोपी नक्सली कमांडर कामेश्वर यादव को दोषी पाये जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा दी गयी. दो अलग-अलग धाराओं में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी है.
हत्या के मामले में आजीवन कारावास के अलावे अपहरण के मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी. हथियार लूटने के मामले में तीन वर्ष की सजा, उग्रवादी कांड में तीन वर्ष की सजा तथा 20 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनायी गयी. सभी सजाएं एक साथ चलेगी. सजा सुनाते वक्त न्यायालय में नक्सली कमांडर कामेश्वर यादव मौजूद था. ज्ञात हो कि नक्सली कमांडर द्वारा मुरमू गांव निवासी लाल जयकिशोर नाथ शाहदेव, लाल प्रमोद नाथ शाहदेव एवं लाल बालकिशोर नाथ शाहदेव की हत्या मराईन जंगल में 21 मार्च 2015 को कर दी गयी थी.
इसके विरुद्ध जोबांग थाना में कांड संख्या 2-2015 के तहत मामला दर्ज किया गया था. माओवादी कमांडर के विरुद्ध हत्या, आर्म्स एवं माओवादियों के साथ सांठ-गांठ रखने का आरोप लगाया गया था.पुलिस ने इस मामले में मई 2016 में चार्ज सीट दाखिल किया था. फिलहाल आरोपी कामेश्वर यादव लोहरदगा जेल में बंद है. न्यायालय में फैसले के वक्त काफी संख्या में लोग मौजूद थे. कड़ी सुरक्षा के बीच कामेश्वर यादव को न्यायालय ले जाया गया था. न्यायालय परिसर में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गये थे. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात थे. खुद एसपी कार्तिक एस न्यायालय में मौजूद थे. सैकड़ों लोगों की निगाहें न्यायालय के फैसले पर टिकी थी. लोग न्यायालय का फैसला जानने के लिए काफी उत्सुक थे. ज्ञात हो कि पुलिस के बेहतर अनुसंधान एवं गवाही के कारण आरोपियों को एक साल में सजा सुनायी गयी.
20 मार्च 2015 को हुई थी हत्या : झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर बालमकुंद नाथ शाहदेव के भाई जयकिशोर नाथ शाहदेव, लाल बाल किशोर नाथ शाहदेव एवं उनके भतीजा लाल प्रमोद नाथ शाहदेव की हत्या 20 मार्च 2015 को मराईन जंगल में नक्सली कमांडर कामेश्वर यादव की टीम ने अपहरण कर कर दी थी. इन लोगों से उग्रवादियों ने हथियार भी लूट लिये थे.
सहेदापाट जंगल में की थी हत्या : मुरमू के ठाकुर परिवार के लोग मराईन जंगल में खेतीबारी देखने एवं पिकनिक मनाने गये हुए थे. एक रात इन लोगों ने मराईन जंगल स्थित छोटु मुंडा की झोपड़ी पर गुजारी थी. नक्सलियों को इनके जंगल में ठहरने एवं पिकनिक मनाने की सूचना मिल गयी. इसी बीच नक्सलियों ने मराईन जंगल स्थित छोटू मुंडा की झोपड़ी को घेर लिया और इन लोगों का अपहरण कर सहेदापाट जंगल ले गये और इनकी हत्या कर दी थी.
फैसला सुनते ही कामेश्वर यादव का चेहरा उतरा : फैसला सुनने के बाद कामेश्वर यादव का चेहरा उतर गया. जिस वक्त वह सजा सुनने न्यायालय जा रहा था उस वक्त उसका चेहरा सामान्य था लेकिन जब न्यायालय में उसे फैसला सुनाया गया और वहां से जब वह वापस निकला तो उसका चेहरा बिल्कुल उतरा हुआ था. सर झुकाये वह चल रहा था. उसके हाथ में हथकड़ी थी और हथकड़ी की रस्सी पुलिस के हाथ में थी. पुलिस के सुरक्षा घेरा में चल रहे नक्सली को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी. न्यायालय परिसर में एसपी कार्तिक एस, एसडीपीओ अरविंद वर्मा, थाना प्रभारी लोहरदगा शैलेश कुमार सहित काफी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे.
कामेश्वर यादव को छोड़ सभी आरोपी फरार
तिहरे हत्याकांड के इस मामले में कामेश्वर यादव, नकुल यादव, मदन यादव, विकास उर्फ उमेश उर्फ दिनेश यादव उर्फ चस्मा के अलावे 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध जोबांग थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. कामेश्वर यादव को छोड़ सभी आरोपी फरार हैं.
मुख्यधारा में शामिल हों नक्सली
सजा सुनाये जाने के बाद पुलिस कप्तान कार्तिक एस ने प्रभात खबर के साथ बातचीत करते हुए कहा कि इतनी जल्दी सजा दिलवाना पुलिस की उपलब्धि है. अन्य मामलों में भी पुलिस इसी मुस्तैदी से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यह सजा नक्सलियों के लिए एक संदेश भी है. उनके पास एक मौका है सभी लोग मुख्यधारा में लौट जायें नहीं तो पुलिस की गोलियों का शिकार होने को तैयार रहें. एसपी ने कहा कि लोहरदगा जिला को भयमुक्त करने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है. आने वाले दिनों में लोहरदगा उग्रवाद मुक्त जिला होगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement