एनएसएस का स्थापना दिवस
लोहरदगा : राष्ट्रीय सेवा योजना मनुष्य को समाज, देश एवं राष्ट्र के प्रति चिंतनशील होने की प्रेरणा देता है. उक्त बातें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ लोहरा उरांव ने कही.
कार्यक्रम की शुरुआत रूकमणी कुमारी एवं साथियों के एनएसएस गीत प्रस्तुती के साथ किया गया. प्रो सत्यनारायण उरांव ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रों को देश एवं राष्ट्र के साथ–साथ खेल के प्रति भी रुचि पैदा करता है. एनएसएस के साथ जुड़ कर छात्र अपने चरित्र का उत्तम निर्माण कर सकता है.
प्रो शशि कुमार गुप्ता ने कहा कि इससे जुड़ कर छात्रों को अपनी बातों को समाज के समक्ष रखने का तथा समाज को विकास के प्रति जागरूक करने में सहायता मिलती है. एनएसएस छात्रों को वह मंच देती है जहां से वह अपनी व्यक्तित्व का विकास कर सकता है.
यह व्यक्तित्व के विकास के साथ–साथ सामाजिक विकास को भी प्रेरित करता है. प्रो अब्दुल कुदुश कुरैशी ने कहा कि छात्रों को किसी भी कार्य को कर जाने के प्रति सहायक बताया और कहा कि इस मंच पर आकर छात्रों की समस्याओं को शिक्षक दूर करते हैं. सामाजिक कार्यो के प्रति उनका विश्वास बढ़ता है.
प्रो वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिस देश का नारा वसुधैव कुटूंबकम था, वहां पर हमने अपने आप को जातिवाद, क्षेत्रवाद एवं समाजवाद में बांट दिया है. हमें देश को आगे बढ़ाने के लिए सभी वर्गो को एक सूत्र में बांधना होगा. कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ कल्याण कुमार सिंह ने किया. मौके पर कलीम मिरदाहा, तारिक रसीद, कैलाश कुमार, रामाधार पाठक, प्रो अजीत गुप्ता, प्रो नीता सहाय, प्रो गोस्नर कुजूर, प्रो सुमन कुजूर, दीक्षा, प्रियंका, तरन्नुम, बरखा, श्वेता, संध्या आदि मौजूद थे.