चंदवा़ प्रखंड के बनहरदी पंचायत अंतर्गत सचिवालय परिसर में सोमवार को बनहरदी कोल परियोजना से प्रभावित होनेवाले क्षेत्र के रैयतों के लिए शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में सीओ सुमित कुमार झा, अंचल निरीक्षक महेश सिंह ने रैयतों की समस्याएं सुनी. मुखिया रमेश उरांव, पूर्व मुखिया चंद्रदेव उरांव, महेश्वर उरांव समेत अन्य रैयतों ने कहा कि हाल सर्वे में काफी गड़बड़ी है. इसका दंश हमलोग झेल रहे है. खतियानी रैयतों की भूमि इधर-उधर दर्ज हो गयी है. रैयती भूमि वन भूमि, जीएम व अनाबाद बिहार सरकार के नाम से दिख रहा है. कई बार इसके सुधार के लिए आवेदन दिये गये. बावजूद समस्या ज्यों की त्यों बनी है. तात्कालीन एसडीओ व सीओ ने भी भूमि सुधार को लेकर शिविर लगाया था, बावजूद हमारी समस्या दूर नहीं हुई. ग्रामीणों की सुनने के बाद सीओ ने समस्या दूर करने का रैयतों को भरोसा दिलाया. कहा कि आपकी समस्या को दूर करने के लिए हमलोग गांव आये हैं. यह राजस्व शिविर इसलिए लगाया गया है. सीओ के आश्वासन के बाद कई रैयतों ने शिविर में भूमि सुधार को लेकर आवेदन दिया. शिविर में कोल परियोजना के अधिकारियों के आने के बाद रैयतों ने नाराजगी जतायी. इसके बाद कंपनी के लोग लौट गये. बताते चले कि तीन अक्तूबर को एफआरए को लेकर ग्राम सभा आयोजित की गयी थी. हाल सर्वे में त्रुटि को लेकर इसका ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया था. मौके पर अंचल अमीन महावीर राम, राजस्व कर्मचारी जनेश्वर राम समेत काफी संख्या रैयत मौजूद थे.
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