लातेहार. सदर प्रखंड के तुबेद गांव में डीवीसी की ओर से कोयले का उत्खनन कार्य किया जा रहा है. इसके लिए कंपनी के छह गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. कंपनी की ओर से विस्थापित रैयतों के विकास की दिशा में कोई कार्य नहीं किये जाने से आक्रोशित रैयतों ने शनिवार को कोयला परिवहन का कार्य रोक दिया. नेवाड़ी पंचायत भवन के पीछे से जानेवाली सड़क पर रैयतों ने काेयले का परिवहन कर रहे हाइवा को रोक दिया. विस्थापितों ने कहा कि जब तक कंपनी के प्रतिनिधि वार्ता करने के लिए जामस्थल नहीं आते हैं, तब तक परिचालन बंद रहेगा. रैयत अजीत सिंह, विपीन कुमार सिंह, मनोज लोहरा, उपेंद्र उरांव, भरत भुइयां, जावेद आलम, ब्रजेश सिंह, अक्षय कुमार सिंह, सुचित सिंह समेत कई रैयतों ने बताया कि कंपनी की ओर से प्रभावित रैयतों को स्थानीयता के आधार पर 75 प्रतिशत नौकरी का आश्वासन दिया था. इसके अलावा सीएसआर के तहत विद्यालय, अस्पताल, बिजली, पानी व सामाजिक विकास का वादा किया था. कंपनी खुले चार साल हो गये, लेकिन अब तक किसी प्रकार के विकास का कार्य प्रभावित क्षेत्र में नहीं कराया जा सका है. कंपनी के अधिकारी रैयतों को झूठा आश्वासन दे रहे हैं. कंपनी की कार्रवाई का विरोध करने पर झूठा एफआइआर करने की धमकी दी जाती है. विरोध प्रदर्शन को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी व थाना प्रभारी को लिखित जानकारी दी गयी है.
कोयला ढुलाई बंद रहने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी दुलड़ चौडे और ट्रांसपोर्टिंग का कार्य कर रही कंपनी के प्रतिनिधि बलराम पांडेय जाम स्थल पर पहुंचे. रैयतों ने कहा कि डीवीसी ने कोयला खनन का कार्य लिया है. कंपनी के अधिकारियों से ही वार्ता होगी. इसके बाद थाना प्रभारी ने सभी रैयतों को समझाया कि चार दिन के बाद कंपनी के लोग रहेंगे. उनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा. इस आश्वासन के बाद लोग सड़क से हटे.
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