बेतला़ नेतरहाट में एक से बढ़कर एक खूबसूरत नजारे हैं. इनमें ही अनुपम सौंदर्य के साथ लवरेज है प्रकृति का अद्भुत देन अपर घघरी और लोअर घघरी वाटरफॉल. दोनों वाटरफॉल पलामू प्रमंडल की एक महत्वपूर्ण नदी औरंगा की सहायक नदी घघरी पर स्थित है. यहां का अनुपम सौंदर्य देखकर पर्यटकों में आनंद और उल्लास चरम पर पहुंच जाता है़ बीहड़ जंगलों के बीच यहां का शांत वातावरण यहां पहुंचते वाले लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है. इतना ही नहीं आसपास के ऊंचे पहाड़ियों के बीच वाटरफॉल से गिरने वाले पानी की मधुर संगीत बेजान लोगों में भी जान डाल देती है. अपर घघरी वाटरफॉल : अपर घघरी वाटरफॉल नेतरहाट स्थित पलामू डाक बंगला से सिर्फ पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. शांत वातावरण के बीच झरने के गिरने की आवाज के साथ पक्षियों की कलरव लोगों के मन को माेहित कर लेते हैं. वैसे तो सालोंभर यहां पर्यटक का आना-जाना लगा रहता है लेकिन प्रत्येक वर्ष दिसंबर और जनवरी महीने में सर्वाधिक भीड़ होती है. लोअर घघरी जलप्रपात का सौंदर्य देखते ही बनता है : लोअर घघरी नेतरहाट से 10 किलोमीटर और अपर घघरी वाटरफॉल से पांच किलोमीटर की ही दूरी पर अवस्थित है. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती बरबस ही लोगों को अपनी ओर खींचती है. यहां ऊंचाई से गिरता दुधिया पानी लोगों को रोमांचित करता है. प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. यहां की खूबसूरती देखकर लोग भाव-विभोर हो जाते हैं. साल के ऊंचे-ऊंचे वृक्ष के बीच से होकर वाटरफॉल तक जाने का भी रोमांच पर्यटकों को काफी यादगार पल देता है. जो लोग भी जाते हैं उनकी सभी चिंता और परेशानी दूर हो जाती है. प्रकृति की इस अद्भुत नजारे को देखकर लोग कुदरत की इस अनुपम रचना की चर्चा करते रहते हैं. कैसे पहुंचे : लोअर घघरी और अपर घघरी वाटरफॉल तक जाने के लिए सर्वप्रथम नेतरहाट आना होता है. इसके बाद यहां पहुंचा जा सकता है. लातेहार और बेतला से नेतरहाट की दूरी करीब 80 किलोमीटर है. रांची से नेतरहाट की दूरी 150 किलोमीटर है. मेदिनीनगर से इसकी दूरी करीब 100 किलोमीटर है.
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