जिला समाहरणालय में शुक्रवार को उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में पशुपालन, कृषि, सहकारिता व मत्स्य विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मुख्य रूप से पशुपालन विभाग से संचालित योजना यथा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम, कृषि विभाग अन्तर्गत संचालित योजनाओं यथा बीज विनिमय एवं वितरण की योजना, झारखंड कृषि ऋण माफी योजना समेत मत्सय विभाग एवं सहकारिता विभाग अन्तर्गत संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी. उपायुक्त ने पशुपालन एवं गव्य विकास विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के क्रम में लाभुकों का पारदर्शी चयन सुनिश्चित करने और मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना का बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिया. इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत लाभुकों को गाय, कुकुट एवं सुकर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. उपायुक्त ने पशुओं के वैक्सीनेशन एवं टैगिंग कार्य को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि योजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाये, ताकि अधिक से अधिक लाभुक लाभान्वित हो सके. कृषि विभाग की समीक्षा के क्रम में वित्तीय वर्ष 2025–2026 में क्रियान्वित योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी लेते हुए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत- प्रतिशत योग्य किसानों को योजना का लाभ प्रदान करने का निर्देश दिया गया. बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर बल दिया. मौके पर उप विकास आयुक्त सैय्यद रियाज अहमद, जिला मत्स्य पदाधिकारी स्वर्णलता मधु लकड़ा, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुषमा प्रधिया, जिला गव्य विकास पदाधिकारी हरि कृष्ण व प्रभारी सहकारिता पदाधिकारी विवेक मिश्रा समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
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