राजेश सिंह जयनगर. मौसम में लगातार बदलाव हो रहे हैं. पिछले दो दिनों से आसमान में काले बादल छाये हैं. कहीं-कहीं बारिश हो रही है, तो कई जगह से ओलावृष्टि की सूचना आ रही है. बारिश व ओलावृष्टि से फसलों के बचाव के लिए कृषि विशेषज्ञ रूपेश रंजन ने किसानों को कई आवश्यक सलाह दी है. कृषि विज्ञान केंद्र जयनगर कोडरमा के एग्रोफोरेस्टी ऑफिसर रूपेश रंजन ने बताया कि तेज या थोड़ी बारिश के कारण सभी तरह की सब्जियों की फसल प्रभावित होंगी. ऐसे में किसानों को फसल को लेकर अलर्ट रहने को कहा है. किसान फसल तथा सब्जियों की तुरंत तुड़ाई व कटाई कर उचित स्थान पर पहुंचा दें. उन्होंने बताया कि अगर फसल 15-20 प्रतिशत तक नुकसान हो, तो टॉप ड्रेसिंग कर दें, अधिक नुकसान हो गया है, तो खरीफ की फसल के लिए खेत तैयार करें. उन्होंने बताया कि फसल कट कर खेत में पड़ी है, तो तत्काल उसे पॉलिथीन से ढंक दें. श्री कुमार ने बताया कि थोड़ी बहुत बारिश का असर दलहनी फसलों को देखने को मिल रहा है. बारिश के कारण मक्का, उड़द, मूंग में भी जल जमाव के कारण पैदावार की स्थिति गड़बड़ा सकती है. उन्होंने बताया कि वर्षा होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, फसलों में यदि दीमक का प्रकोप दिखायी दे, तो बचाव के लिए क्लोपायरीफांस का 20 ईसी 20 किलो की मात्रा से प्रति एकड़ में छिड़काव करें, दलहन, तिलहन व सब्जी वाली फसलों में माहू के प्रकोप की संभावना दिखे, तो नीम आधारित कीटनाशक का छिड़काव करें. उन्होंने बताया कि सब्जी वाली फसलों में फलछेदक कीट लग सकते हैं, इससे बचाव के लिए फिरोमोन प्रपंस, 3/4 प्रपसं की खेतों में छिड़काव करें.
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