: स्वदेशी जागरण मंच का झारखंड प्रांत का दो दिवसीय विचार वर्ग का शुभारंभ
: स्वदेशी को घर-घर पहुंचाने का लिया संकल्प, स्वदेशी है आत्मनिर्भरता की कुंजी : विधायक
कोडरमा. शहर के श्री माहुरी भवन में स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में झारखंड प्रांत का दो दिवसीय विचार वर्ग शनिवार को शुरू हुआ. इसमें 22 जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. प्रारंभिक सत्र का उदघाटन मंच के अखिल भारतीय सह संयोजक धनपत राम अग्रवाल ने किया. उन्होंने स्वदेशी के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि स्वदेशी केवल वस्त्र और वस्तु नहीं, बल्कि विचार है, जो भारत की आत्मा से जुड़ा हुआ है. विचार वर्ग में मेल प्रमुख सचिन बरियार, पर्यावरण प्रमुख बांदे शंकर सिंह, क्षेत्रीय संयोजक अमरेंद्र सिंह, संगठन प्रमुख अजय कुमार, प्रांत संयोजक राजेश उपाध्याय और सह प्रांत संयोजक अंजनी कुमार समेत अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे. सभी ने एक स्वर में स्वदेशी को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की. विधायक डॉ नीरा यादव ने कहा कि स्वदेशी केवल उत्पाद नहीं, एक सोच है, जब हम अपने गांवों में गाय पालते थे, तुलसी के पौधे लगाते थे और पहली रोटी गाय को देते थे, तब हमारी संस्कृति में आत्मनिर्भरता और प्रकृति प्रेम समाहित था. आज घरों में चेतावनी लगती है कुत्तों से सावधान, पहले गायों की सेवा होती थी, हमें अपनी उस संस्कृति की ओर लौटना होगा. मेल प्रमुख सचिन बरियार ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच का अभियान आज युवाओं के जीवन में नया प्रकाश लेकर आया है. मंच का उद्देश्य न केवल स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान को भी सशक्त बनाना है. जिला संयोजक प्रदीप सुमन ने बताया कि रविवार को समापन सत्र में प्रमुख पदाधिकारी अंतिम विचार रखेंगे और आगामी योजनाओं की घोषणा की जायेगी.
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