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JAC Board Result 2024: मैट्रिक की परीक्षा में लगातार दो साल झारखंड में अव्वल रहा कोडरमा इस बार क्यों पहुंच गया पांचवें स्थान पर?

JAC Board Result 2024: जैक बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में कोडरमा लगातार दो साल झारखंड में अव्वल रहा है, लेकिन इस बार कोडरमा पूरे राज्य में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है.

JAC Board Result 2024: कोडरमा, विकास: करीब एक साल पहले जब झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक बोर्ड) ने दसवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम जारी किया था तो कोडरमा का प्रदर्शन लगातार दूसरे वर्ष राज्यभर में अव्वल था. इससे हर तरफ खुशी दिख रही थी. खासकर प्रशासनिक महकमा व शिक्षा विभाग इस उपलब्धि का क्रेडिट लेने के लिए आगे आया था, पर इस बार जारी परीक्षा परिणाम में कोडरमा को जोर का झटका लगा है. कोडरमा का ओवरऑल प्रदर्शन राज्यभर में लगातार दो वर्ष अव्वल रहने के बाद इस बार सीधे गिरकर पांचवें स्थान पर पहुंच गया. ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.

जानकारों ने बतायी ये वजह
सरकारी स्कूलों की दशा व दिशा सुधारने को लेकर कुछ वर्ष पहले शुरू किए गए प्रोजेक्ट रेल (रेगुलर एसेसमेंट फॉर इम्प्रूव लर्निंग) व इम्पैक्ट की मॉनिटरिंग पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, कहने को तो वर्तमान में भी जिले में प्रोजेक्ट रेल व इम्पैक्ट चल रहा है, लेकिन जिस तरह से पूर्व के वर्षों में जिला प्रशासन के टॉप अधिकारी खासकर डीसी, एसडीओ व अन्य इसकी मॉनिटरिंग कर रहे थे उस तरह की मॉनिटरिंग वर्तमान में नहीं हो पा रही है़ जिला स्तर पर पूर्व में संचालित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (पीएमयू) अब पूरी तरह बंद हो चुकी है़ हालांकि, स्कूलों में परीक्षा के पूर्व प्रोजेक्ट रेल के तहत साप्ताहिक टेस्ट व अन्य आयोजन जरूर हुए, पर जारी नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि जैसा मार्गदर्शन समय पर बच्चों को मिलना चाहिए था वैसा मिल नहीं पाया़ यह अलग बात है कि इस बार पूरे राज्य का परीक्षा परिणाम पिछले चार वर्षों की तुलना में खराब है, लेकिन कोडरमा के परिप्रेक्ष्य में बात करें तो टॉप से सीधे पांचवें स्थान पर आ जाना चर्चा का विषय बन गया है़ जानकार यह भी बताते हैं कि प्रोजेक्ट रेल व इम्पैक्ट की मॉनिटरिंग जिला प्रशासन के स्तर से हटकर सिर्फ शिक्षा विभाग तक सीमित हो गया था़ इस वजह से भी असर पड़ा है.

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इस तरह गिरा परीक्षा परिणाम
बताया जाता है कि इस बार कोडरमा जिला का दसवीं बोर्ड में ओवरऑल प्रदर्शन 92.429 प्रतिशत रहा है़ इस बार कुल 12602 अभ्यर्थियों ने दसवीं की परीक्षा दी थी़ इसमें 11648 उतीर्ण रहे हैं. 7177 ने प्रथम श्रेणी, 4021 ने द्वितीय श्रेणी व 450 ने तृतीय श्रेणी से परीक्षा पास की है़ इससे पहले वर्ष 2023 में कोडरमा का ओवरऑल प्रदर्शन 99.041 प्रतिशत रहा था़ कोडरमा पूरे राज्य में अव्वल था़ उस समय कुल 12525 अभ्यर्थियों में 12405 सफल रहे थे़ इसमें 9824 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे, जबकि 2022 में भी प्रदर्शन के आधार पर कोडरमा राज्य में अव्वल था़ उस समय 98.13 प्रतिशत बच्चे सफल रहे थे़ कुल 11048 में से 10841 बच्चे उतीर्ण हुए थे़ इसके पूर्व के वर्षों में कोडरमा का प्रदर्शन खराब ही था.

पांच सितंबर 2021 को मात्र छह स्कूलों से शुरू होकर राज्यभर में लागू हुआ था प्रोजेक्ट रेल
लगातार दो वर्ष दसवीं बोर्ड व 12वीं विज्ञान संकाय के परीक्षा परिणाम में राज्य में अव्वल रहने व आठवीं, नौवीं, 11वीं बोर्ड में भी शानदार प्रदर्शन के बाद कोडरमा में चल रहा प्रोजेक्ट रेल व इम्पैक्ट चर्चा में आया था़ इसके बाद इसे पूरे राज्य में लागू किया गया है़ दरअसल, कोरोना काल में बेपटरी हुई सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए तत्कालीन डीसी व 2015 बैच के आईएएस अधिकारी आदित्य रंजन ने पांच सितंबर 2021 को शिक्षक दिवस के दिन जिले में प्रोजेक्ट रेल व डीईजीएस कंप्यूटर बेसिक ट्रेनिंग सेंटर की एक साथ शुरुआत की गई थी़ शुरुआत में प्रोजेक्ट रेल मात्र छह स्कूलों में शुरू किया गया था़ इसके बाद धीरे-धीरे इसे सभी उच्च विद्यालयों में लागू किया गया़ इसके साथ ही स्कूलों की आधारभूत संरचना व माहौल में बदलाव लाने को लेकर प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की शुरुआत की गई थी़ सितंबर में अभियान शुरू हुआ, पर बीच में कोविड आने की वजह से मात्र चार माह तक प्रोजेक्ट रेल के तहत कार्य हुआ़ इसके तहत स्कूलों में साप्ताहिक टेस्ट लिया जाने लगा़ बच्चों को पहली बार स्थानीय स्तर पर मॉडल प्रश्नपत्र का सेट देकर हल करवाया गया़ परिणाम यह हुआ था कि 2022 के घोषित रिजल्द में कोडरमा राज्य में पहले स्थान पर रहा़ इस उपलब्धि के बाद हौसला और बढ़ा़ तत्कालीन डीसी ने बाद में पीएमयू के पदाधिकारियों व पूरी टीम के सहयोग से प्रोजेक्ट रेल को जिले के 65 उच्च विद्यालयों में पूरी तरह लागू कर दिया़ यही नहीं प्रोजेक्ट रेल हाई स्कूल के अलावा जिले के 300 अन्य सरकारी स्कूलों में भी चलने लगा़ इसके तहत कक्षा छह से 12वीं तक के बच्चे हर सप्ताह दो बार गुरुवार व शनिवार को अलग-अलग विषय का टेस्ट लिया जाने लगा़ वर्ष 2023 की बोर्ड परीक्षा के पहले तो जिला स्तर पर प्री बोर्ड की दो परीक्षाएं भी आयोजित की गई थी़ यही नहीं विशेषज्ञ शिक्षकों के द्वारा हर विषय का पांच-पांच मॉडल प्रश्नपत्र तैयार कर बच्चों से हल करवाया गया था़ परिणाम रहा की जिला लगातार परीक्षा परिणाम में अव्वल रहा़ बाद में यह योजना चर्चा में आई तो राज्य मुख्यालय ने इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया.

दसवीं बोर्ड में वर्ष वार कोडरमा का प्रदर्शन
वर्ष राज्य में स्थान
2024 पांचवां
2023 प्रथम
2022 प्रथम
2019 सातवां
2018 बारहवां
2017 छठा
2016 बारहवां

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