झुमरीतिलैया : राज्य सरकार के सहयोगी दल आजसू के सुप्रीमो सुदेश महतो ने एक बार फिर सरकार पर सीधा निशाना साधा है. यहां आयोजित पार्टी के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए सुदेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार को लोगों की भलाई में दवा बेचना चाहिए था तो इसके उलट शराब बेचने चली है. सुदेश ने कहा जन मुद्दों को दरकिनार कर राज्य सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए काम कर रही है. चाहे सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन का मामला हो या फिर लघु खनिज का मुद्दा. उन्होंने कहा कि जन सरोकार से जुड़े मामलों होल्डिंग टैक्स, विस्थापन, नौकरी आरक्षण, स्थानीयता में राज्य सरकार एक तरफा फैसला लेने का काम कर रही है, जो अच्छा नहीं है. आजसू पूरे मुद्दे को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मिलेगी. फिलहाल भाजपा के केंद्रीय मंत्री चुनाव में व्यस्त हैं. इसके बाद समय मिलने पर मुलाकात कर आगे का रास्ता निकाला जाएगा.
सुदेश ने बोला बड़ा हमला
सुदेश महतो ने अन्य मुद्दों पर भी अपनी स्पष्ट राय दी. उन्होंने कहा कि राज्य में मजबूत सरकार को लेकर साथ आजसू ने भाजपा का साथ दिया. लोगों का विश्वास बढ़ा, पर जनादेश का सम्मान झलकना चाहिए. ऐसा नहीं होता देख अब संगठन के साथ ही जन संवाद कर रहे हैं. आने वाले समय में उचित फैसला लेंगे. हालांकि कार्यक्रम में स्वागत के बाद शुरुआती संबोधन के दौरान ही आजसू के नेता पद को लेकर आपस में उलझ गए. ऐसे में मंच पर बैठे पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो ने खुद कमान संभालते हुए माइक पकड़ी और कार्यकर्ताओं को संबोधित करना शुरू कर दिया. अपने संबोधन में सुदेश महतो ने सभी का अभिवादन किया और पहले मीडिया से बातचीत की.
मोमेंटम की आलोचना
बिना मानक तय किए निर्धारित होल्डिंग टैक्स जन विरोधीसुदेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, बिना मानक तय किए सरकार ने होल्डिंग टैक्स लगा दिया जो जन विरोधी है. उन्होंने कहा कि स्थानीयता पर प्रस्ताव पार्टी ने बहुत पहले ही दिया था. भाजपा के वरीय नेताओं ने भी लागू स्थानीयता का विरोध किया, पर सरकार ने पुर्नविचार नहीं किया. एक साल पहले सरकार को हमने लिखित दिया की राज्य में शराब बंदी हो, पर अब सरकार खुद शराब बेचने की तैयारी में है. मोमेंटम झारखंड नहीं हुआ सफल तो होगी आलोचना राज्य सरकार द्वारा हाल में कराए गए मोमेंटम झारखंड पर सुदेश ने कहा, पहले से ढाई लाख करोड़ का एमओयू हुआ है उसे पहले अमल में लाना चाहिए था, लेकिन सरकार ने सरकार ने सौ करोड़ से ज्यादा खर्च कर मोमेंटम झारखंड आयोजित किया. इसमें लाखों करोड़ का निवेश झारखंड में होगा इसे दिखाया जा रहा है. जरूरी नहीं कि चिमनी में धुंआ उठेगा तो ही विकास होगा.