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सबका साथ, सबका विकास के लिए कटिबद्ध हैं : डॉ नीरा यादव
कोडरमा बाजार : सवाल: गृहणी से प्राचार्या, उसके बाद जिप उपाध्यक्ष और अब विधायक कैसा लग रहा है. जवाब : सचमुच गौरवान्वित महसूस कर रही हूं. कोडरमा की जनता ने जिस विश्वास के साथ मुङो यहां तक पहुंचाया है. मैं उसकी ऋणी हूं. जनता ने अपना काम कर दिया, अब मेरी बारी है. मैं सबका […]
कोडरमा बाजार : सवाल: गृहणी से प्राचार्या, उसके बाद जिप उपाध्यक्ष और अब विधायक कैसा लग रहा है.
जवाब : सचमुच गौरवान्वित महसूस कर रही हूं. कोडरमा की जनता ने जिस विश्वास के साथ मुङो यहां तक पहुंचाया है. मैं उसकी ऋणी हूं. जनता ने अपना काम कर दिया, अब मेरी बारी है. मैं सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर काम करूंगी.
सवाल: उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा के अभाव में यहां के विद्यार्थी या तो बीच में पढ़ाई छोड़ रहे हैं या दूसरे प्रदेशों में जाने को मजबूर है.
जवाब : यह सही है कि यहां की पीजी समेत किसी भी उच्च शिक्षा की सुविधा नहीं है. मैं कोडरमा को एजुकेशन हब बनाने का प्रयास करूंगी. अब यहां के बच्चे पीजी के लिए या उच्च शिक्षा के लिए दूसरे जगह नहीं जायेंगे. यह मेरी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है. विधानसभा में मेरा पहला सवाल शिक्षा से संबंधित होगा.
सवाल: बांङोडीह पावर प्लांट होने के बावजूद यहां के लोगों को 8 से 10 घंटी बिजली मिल रही है.
जवाब : चिराग तले अंधेरा वाली बात अब नहीं होगी. 24 घंटे बिजली मिले, तभी यहां संपूर्ण विकास होगा. शीघ्र इस पर पहल की जायेगी. खराब पड़े ट्रांसफारमर को बदला जायेगा. विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त किया जायेगा.
सवाल : परिवार, कॉलेज व विधायकी तीनों में कैसे तालमेल बैठायेंगी.
जवाब: सभी जिम्मेवारियों को मैं शुरू से निभाती आ रही हूं. आगे भी निभाऊंगी. शिकायत का मौका नहीं दूंगी.
सवाल : सदर अस्पताल समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाल है, कैसे संवारेंगी.
जवाब : यह सही बात है कि कोडरमा में स्वास्थ्य का बुरा हाल है. डॉक्टर रहने के बाद भी अस्पतालों में लोगों का सही से इलाज नहीं हो पाता है. जिले वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाना मेरा कर्तव्य है. अब सदर अस्पताल ही नहीं स्वास्थ्य केंद्रों में भी डॉक्टर बैठेंगे, दवाइयां भी मिलेगी और लोगों का इलाज भी होगा. करमा अस्पताल की बदहाली भी दूर होगी.
सवाल : महिलाओं के लिए क्या योजनाएं है.
जवाब: मैं खुद एक महिला हूं. इस नाते महिलाओं के दर्द को समझती हूं. मान-सम्मान व संपूर्ण सुरक्षा यहां की महिलाओं को मिले, इसके लिए कई कदम उठाने जा रही हूं. उन्हें स्वरोजागर से जोड़ने के अलावा विकास योजनाओं में भी महिलाओं को समान भागीदारी दी जायेगी. ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें.
सवाल : कोडरमा में पलायन जैसी समस्या को कैसे दूर करेंगी.
जवाब: यहां के नौजवानों को रोजगार मिले, किसानों के खेतो में पानी व सिंचाई के साधन उपलब्ध हों. इसके प्रति वे काफी गंभीर हैं. पलायन यहां पर सबसे बड़ी समस्या है. इसको दूर करने के लिए यहां कल कारखाने खुले. इसका प्रयास किया जायेगा.
सवाल : ढिबरा व अभ्रक व्यवसाय मृत पड़ा है, पत्थर उत्खनन पर भी आफत है.
जवाब : कोडरमा अभ्रक नगरी के नाम से विख्यात है और आगे भी रहेगी. इसके लिए ठोस कदम उठाये जायेंगे. मेरा प्रयास होगा कि डोमचांच को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में मान्यता मिले.इससे सरकार को भी भरपूर रॉयल्टी मिलेगी. नौजवानों को भी रोजगार मिलेगा. अभ्रक व्यवसाय को पुनर्जीवित करने का प्रयास करूंगी.
सवाल : सरकारी कार्यालयों में बाबू गिरी हावी है, कैसे सुधारेंगी.
जवाब : सरकार बनने दीजिए, कार्यालयों में बाब ूगिरी भी खत्म होगी. हर जरूरत मंद को विधवा, वृद्धा पेंशन भी मिलेगी. लोगों को किसी भी काम के लिए कार्यालयों का चक्कर काटना नहीं पड़ेगा. हर काम निर्धारित समय पर होगा.
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