झुमरीतिलैया : लोक आस्था का चार दिवसीय चैती छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार को शहर के विभिन्न जलाशयों में छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया. शहर के विद्यापुरी धनी सिंह छठ तालाब, इंदरवा बस्ती भास्कर छठ तालाब, पानी टंकी छठ तालाब के अलावा विभिन्न छठ घाटों में श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया. अर्घ्य देने से पूर्व सभी छठ व्रती अपने-अपने निवास स्थलों से ढोल नगाड़ों के साथ निकलीं.
वहीं कुछ श्रद्धालु दंडवत करते हुए विभिन्न छठ घाटों में पहुंचे. छठ व्रतियों के साथ उनके सगे संबंधी व आस पड़ोस के लोग भी छठी मइया के गीत गाते हुए घाट तक पहुंचे. श्रद्धालु भक्त माथे पर डलिया लिए चल रहे थे. शुक्रवार को छठ व्रती उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण करेंगी. इसके साथ ही लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ संपन्न हो जायेगा.
मरकच्चो: प्रखंड मुख्यालय समेत जामु, दशारो, नावाडीह, देवीपुर, खेशमी, पपलो, बिचरिया, नईटांड, नवादा, नवलशाही, भीमेडीह, कुशमई, बच्छेडीह समेत विभिन्न ग्रामीण इलाकों में चैती छठ को लेकर गुरुवार की संध्या पहला अर्घ्य दिया गया. भगवान भास्कर की उपासना का चार दिवसीय चैती छठ के तीसरे दिन लोग सुबह से ही छठ घाट जाने वाले रास्ते व घाटों की साफ-सफाई एवं सजावट करते देखे गये.
संध्या चार बजे छठ मैया के गीतों के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने को लेकर घरों से छठ व्रतियां निकलीं. छठ घाट पहुंच कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. शुक्रवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रतियां पारण करेंगी.
डोमचांच : प्रखंड व आसपास के क्षेत्रों शिवसागर, महथाडीह, सिमरिया, बेहराडीह, महेशपुर, जेरुआडीह, नावाडीह, बगड़ो, बगरीडीह, तेतरियाडीह, बंगाय आदि जगहों पर महापर्व चैती छठ मनाया गया. श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. छठ तालाब शिवसागर में ज्यादा भीड़ देखी गयी. छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.