झुमरीतिलैया : श्री सीता राम जी की ठाकुरबाड़ी आइएमएसएस रोड में केदारनाथ रामगोपाल दारूका द्वारा निर्मित मंदिर में भागवत कथा के छठे दिन प्रवचनकर्ता रामकरण सहल ने बाल लीला के प्रसंग अंतर्गत पुतना की कथा सुनायी. उन्होंने कहा कि जो पवित्र विचार नहीं रखता वही पुतना है. श्री सहल ने कंस वध की कथा सुनाते हुए समाज में फैली बुराइयों को कंस के रूप में दर्शाया.
उन्होंने कंस वध को बुराई पर अच्छाई की जीत बताया. रुकमणि विवाह का प्रसंग सुनाते हुए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जिनके घर में बिटिया रूपी रत्न होती है सनातन धर्म में वही व्यक्ति साक्षात नारायण का पैर पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त कर सकता है. बेटियां दो कुलों का उद्धार करती है.
यज्ञ में मुख्य यजमान की मुख्य भूमिका नवन दारूका ने निभायी. इस अवसर पर मधुसूदन दारूका, महावीर प्रसाद दारूका, प्रेम सुदन दारूका, रामरत्न महर्षि, प्रदीप केडिया, हिमांशु केडिया, प्रदीप खाटुवाला, मनोज केडिया, पवन भोजगढ़िया, दीनदयाल केडिया, विनोद अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, अरुण, संतोष सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.