17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जेजे कॉलेज के बैंक खाते से निकाल लिये “11.34 लाख

कोडरमा : फर्जीवाड़ा कर बैंक खाता से लाखों रुपये निकाल लेने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. इस बार विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अधीन संचालित जेजे काॅलेज झुमरीतिलैया के बैंक खाते से दो युवकों ने 11 लाख 34 हजार रुपये उड़ा लिये. मामले का खुलासा तब हुआ, जब खाते से बार-बार राशि की निकासी […]

कोडरमा : फर्जीवाड़ा कर बैंक खाता से लाखों रुपये निकाल लेने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. इस बार विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अधीन संचालित जेजे काॅलेज झुमरीतिलैया के बैंक खाते से दो युवकों ने 11 लाख 34 हजार रुपये उड़ा लिये.
मामले का खुलासा तब हुआ, जब खाते से बार-बार राशि की निकासी होती रही और इस बारे में संबंधित बैंक को शक हुआ. जांच में मामला फर्जीवाड़ा का मिलने के बाद यूनाइटेड बैंक आॅफ इंडिया झुमरीतिलैया शाखा के शाखा प्रबंधक ने तिलैया थाना में मामला दर्ज कराया है. कांड संख्या 263/17 में शाखा प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह ने खाते से पैसा निकालने का आरोप रोहित कुमार पंडित व ओमप्रकाश सिंह पर लगाया है.
शाखा प्रबंधक के अनुसार इन दोनों ने आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के सहारे जेजे कॉलेज के बैंक खाते से 11,33,900 रुपये की निकासी कर ली है.
आवेदन में कहा गया है कि उक्त दोनों ने मिल कर बैंक खाते को अपने आधार से लिंक कर आधार इनेब्लड पेमेंट सिस्टम का उपयोग किया व राशि की निकासी की. यह निकासी 17 जून से 28 अगस्त 2017 के बीच कई बार की गयी है. मुख्य रूप से इसमें शामिल रोहित को इस कार्य में ओमप्रकाश ने सहयोग किया. ओमप्रकाश बैंक ऑफ इंडिया झुमरीतिलैया शाखा का बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट भी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी भी की, पर सफलता हाथ नहीं लगी.
2013 में ही कॉलेज के खाते से जुड़ा है रोहित का आधार नंबर
बैंक के जानकार बताते हैं कि आधार इनेब्ल्ड पेमेंट सिस्टम से राशि की निकासी तब तक नहीं हो सकती, जब तक गोपनीय जानकारी किसी के पास न हो. पर इस मामले में कुछ अलग ही बात सामने आयी है. पुलिस जांच में यह बात सामने आ रही है कि बैंक खाते के साथ जुड़ा आधार कार्ड नंबर काॅलेज प्रबंधन के किसी आॅथराइज्ड व्यक्ति का होना चाहिए, पर इसी में चूक हुई और प्रबंधन के आधार नंबर की जगह काॅलेज में छात्र रहे आरोपी रोहित कुमार का आधार नंबर बैंक खाते से जुड़ गया.
यह वर्ष 2013 में ही हुआ है. कुछ दिन तक यह बात किसी को पता नहीं चला. बाद में जब इसकी जानकारी रोहित व अन्य को हुई, तो फर्जीवाड़ा शुरू कर राशि की निकासी की जाने लगी. इसके लिए कभी संबंधित बैंक से निकासी नहीं कर ग्राहक सेवा केंद्र का सहारा लिया गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें