प्रतिनिधि, तोरपा.
प्रखंड के तपकारा कालेट में रविवार को सरना प्रार्थना सह युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें सरना धर्म कोड सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी. सम्मेलन में जयराम पहान ने कहा प्रकृति पूजक आदिवासी सदियों से अपनी पुरखों की व्यावस्था के अनुरुप चलते रहें हैं. हमें पुरखों के सरना धर्म को बचाये रखना है. डॉ मीनाक्षी मुंडा ने कहा कि हमारे समाज को एक नयी दिशा देने के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है. हम आदिवासी प्रकृति पूजक सरना सरना धर्म कोड की मांग कर रहे हैं. सरना धर्म कोड नहीं होने के कारण आज आदिवासी व्यवस्था खत्म हो रही है. जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने युवाओं को नशापान से दूर रहने को कहा. कोलय ओड़ेया ने कहा कि भाषा संस्कृति परंपरा रीति-रिवाज को संरक्षण करते हुए आगे बढ़ना है. मौके पर केंद्रीय धर्म गुरु भाईया राम ओड़ेया, धनी पहान, लुथडू मुंडा, अनिल गुड़िया, डाॅ सीताराम मुंडा, दुलारी बरला, बिरसा गुड़िया, मुनुवा गुड़िया, जीतू पहान, अंजलि कंडुलना, सुनिल गुड़िया, जिप अध्यक्ष मसीह गुड़िया, जयपाल मुंडा, दुलारी बरला, संतोषी तोपनो, मंगल सिंह मुंडा, मनोज सोय, रवि गुड़िया आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है