तोरपा. कृषि विज्ञान केंद्र तोरपा (खूंटी) में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में गुरुवार को सहकारिता शिविर का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम नाबार्ड खूंटी एवं केवीके खूंटी के संयुक्त तत्वावधान से आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य किसान उत्पादक संगठन, स्वयं सहायता समूह एवं अन्य संगठनों को चलाने के लिए नाबार्ड एवं विभिन्न बैंकों के बीच की दूरी को कम करना था. कार्यक्रम में डीडीएम एम शिवानी रोशन ने किसान क्रेडिट कार्ड की उपयोगिता को बताते हुए कहा कि एफपीओ के लिए बैंक से बहुत सारी योजनाएं चलायी जा रही है, जिसमे उन्हें कम ब्याज पर ऋण दिया जा रहा है, जिसे प्राप्त कर किसान आगे बढ़ सकते हैं. उन्होंने बताया कि खेती से संबंधित यंत्र व बीज भंडारण के लिए भी ऋण दिया जा रहा है. किसान के लिए लाह से संबंधित प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसे आगे चल कर केसीसी से जोड़ा जायेगा. बैंक ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अनुराग कुमार ने कहा कि यदि किसान समय से पहले अपना ऋण चुकता करते हैं, तो उसे कोई ब्याज नहीं देना होगा. झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक अंचित कुमार ने कैश क्रेडिट कार्ड एवं फसल बीमा योजना के बारे में संगठन के सदस्यों को बताया. केंद्र के अध्यक्ष डॉ दीपक राय ने आये हुए बैंक के प्रतिनिधियों एवं संगठन के सदस्यों का आभार प्रगट किया तथा उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र से फसल के चयन से लेकर बाजार तक हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. डॉ राय ने कहा कि एक संगठन, एक फसल व उत्पाद की तरफ आगे बढ़े तो निश्चित रूप से लाभ होगा. केंद्र में आये संगठन के सदस्यों ने भी अपनी समस्याओं के बारे में अवगत कराया. डॉ बृजराज शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया. मौके पर केंद्र के डॉ निखिल राज एम डॉ ओम प्रकाश कांटवा डॉ प्रदीप कुमार, डॉ मीर मुनीब रफीक, डॉ राजन चौधरी डॉ किशोर, आशुतोष प्रभात एवं धर्मेंद्र सिंह उपस्थित थे.
केवीके तोरपा में साक्षरता शिविर में बतायी गयी किसान क्रेडिट कार्ड की उपयोगिता
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