खूंटी.
भगवान बिरसा मुंडा के 125वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सोमवार को डोम्बारी बुरू में स्थापित वीर बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष झारखंड उलगुलान संघ ने एकदिवसीय उपवास किया. उन्होंने सबसे पहले पारंपरिक रूप से पूजा-अर्चना कर पुष्पांजलि की. इसके बाद संघ के पदाधिकारी उपवास पर बैठे. संयोजक अलेस्टेयर बोदरा ने कहा कि राज्य सरकार साजिश के तहत न्यायिक विवाद का विषय बनाकर पेसा कानून को लागू नहीं होने देना चाहती है. जिससे उद्योगपतियों को जमीन उपलब्ध हो सके और बालू का अवैध कारोबार निर्बाध रूप से चलता रहे. राज्य सरकार के षडयंत्र से भविष्य में पांचवीं अनुसूची को भी खतरा है. समाजसेवी टॉम कावला ने कहा कि वीर बिरसा मुंडा का सपना पूरा करना है तो ग्रामसभा को अधिकार संपन्न करने की लड़ाई लड़नी होगी. झारखंड जनाधिकार महासभा की ऐलिना होरो ने कहा कि बिरसा मुंडा के उलगुलान को याद करना चाहिए. बहुत कम उम्र में उन्होंने जो उलगुलान किया था, आज उसी तरह के उलगुलान की जरूरत है. उपवास कार्यक्रम को पड़हा राजा फूलचंद टूटी, बरधा मुंडा, मंगा मुंडा, जुनास मुंडा, एतवा मुंडा, सुखरा बाखला, जोसेफ हस्सा, दासय मानकी और बिरसा तोपनो आदि ने संबोधित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है